रांची: रिम्स की व्यवस्था सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है। वहीं आए दिन डॉक्टरों और परिजनों के बीच झड़प हो ही जाती है। इतना ही नहीं, मारपीट तक की नौबत आ जा रही है। इस चक्कर में डॉक्टर ओपीडी ठप करा रहे हैं, जिसका खामियाजा हॉस्पिटल में इलाज करा रहे मरीज भुगत रहे हैं। अब रिम्स की सिक्योरिटी टाइट करने को लेकर प्रबंधन ने नया प्लान बनाया है, जिसके तहत हॉस्पिटल की सुरक्षा में पुलिस के जवान शामिल होंगे। वहीं वार्डो में पुलिस के पदाधिकारी राउंड लगाएंगे, जिससे कि वार्ड में बिना परमिशन के आए लोगों को बाहर निकला जाएगा। वहीं सभी अटेंडेंट के पास भी चेकिंग की जाएगी, जिससे कि बेवजह हॉस्पिटल के अंदर भीड़ जमा न हो।

दोनों एंट्री प्वाइंट पर चेक पोस्ट

हॉस्पिटल के वार्ड में जाने के दो रास्ते हैं। अब इन दोनों ही एंट्री प्वाइंट पर सिक्योरिटी गा‌र्ड्स के अलावा पुलिस के जवान भी मौजूद रहेंगे। वहीं एक मरीज के साथ एक ही अटेंडेंट वार्ड में रह सकेगा, जिसकी चेकिंग के लिए जवान तैनात रहेंगे और अटेंडेंट का पास चेक करेंगे। वहीं जिनके हाथों में पास नहीं होगा उन्हें लौटा दिया जाएगा। यह व्यवस्था अब हॉस्पिटल में 24 घंटे लागू रहेगी, जिससे कि किसी भी हाल में मरीज के पास एक से ज्यादा अटेंडेंट नहीं रह सकेगा। वहीं दोनों ही एंट्री प्वाइंट चेकपोस्ट की तरह काम करेंगे।

इंचार्ज के आदेश के बिना दूसरा पास नहीं

एक मरीज के साथ एक अटेंडेंट को पास जारी किया जाएगा। वहीं मरीज की स्थिति को देखते हुए अगर जरूरत पड़ी तो दूसरा पास जारी किया जाएगा। लेकिन उसके लिए भी यूनिट इंचार्ज से लिखवाना होगा। तभी दूसरे अटेंडेंट के लिए पास जारी किया जाएगा। इसके अलावा किसी भी मरीज के अटेंडेंट के लिए दूसरा पास जारी नहीं होगा। पास एडमिशन काउंटर से जारी किया जाएगा।

खतरा देख तीन लंबी व्हीसील बजाएंगे

ड्यूटी में तैनात सभी सिक्योरिटी गा‌र्ड्स को व्हीसील दिया गया है, जिन्हें समय-समय पर लोगों को अलर्ट करते रहने को कहा गया है ताकि कहीं भी भीड़ जमा न हो। इसके अलावा मारपीट या विवाद की स्थिति में सिक्योरिटी गा‌र्ड्स तीन बार लंबी व्हीसील बजाएंगे। जिससे कि उनकी मदद के लिए आसपास में तैनात जवान पहुंचेंगे और स्थिति को कंट्रोल करेंगे।

तीन शिफ्ट में एंट्री पर जवान

हॉस्पिटल में तीन शिफ्टों में गा‌र्ड्स की ड्यूटी होती है। अब उनके साथ पुलिस के एक पदाधिकारी या जवान को भी ड्यूटी में लगाया जाएगा। ऐसे में तीनों शिफ्टों में सिक्योरिटी जवानों के साथ पुलिस के जवान मोर्चा संभालेंगे ताकि हॉस्पिटल में बिना पास के कोई एंट्री न कर सके। वहीं हॉस्पिटल के अंदर भीड़ लगाने की समस्या खत्म हो जाए। इससे इनडोर में तैनात डॉक्टर भी बेफिक्र होकर मरीजों का इलाज कर सकेंगे।

हेल्थ वर्कर्स के लिए हेल्पलाइन नंबर

हॉस्पिटल में सीनियर डॉक्टर के अलावा सीनियर रेजीडेंट, जूनियर डॉक्टर, नर्स, इंटर्न व सभी स्टाफ के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। पुलिस पदाधिकारी का नंबर 7903253197, 9955450005, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट 9835113754, 9430329903 और डीएमएस का नंबर 9471129849, 8084411019 है। ऐसे में किसी भी आपात स्थिति की सूचना तत्काल संबंधित पुलिस पदाधिकारी, मेडिकल सुपरिेंटेंडेंट और डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को दे सकेंगे, जिसके बाद स्थिति से निपटने को लेकर कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive