RANCHI: रांची नगर निगम के जिम्मे शहर की सफाई है। इसके अलावा डेवलपमेंट के भी काम रांची नगर निगम ही करता है। ऐसे में 100 परसेंट सफाई करने का निगम दावा तो करता है, लेकिन कई घर और इलाके वेस्ट कलेक्शन से अछूते रह जाते हैं, इसका खामियाजा सिटी के लोगों को भुगतना पड़ता है। अब लोगों को ऐसी शिकायत का मौका नहीं मिलेगा। अगर आपके घर से कूड़ा नहीं उठ रहा है तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। नगर निगम ने इसका रास्ता निकाल लिया है। नई व्यवस्था के तहत घरों के गेट पर रेडिया फ्रीक्वेंसी आईडेंटिटी डिवाइस (आरएफआईडी) लगाई जाएगी, जिससे कि यह जानकारी मिल जाएगी कि आपके घर से कूड़ा उठा या नहीं। इसके बाद संबंधित एजेंसी छूटे हुए इलाकों में काम कराएगी, जिससे कि शहर में कोई इलाका नहीं छूटेगा।

एजेंसी की फाइल नगर विकास में

नगर निगम ने सिटी में वेस्ट कलेक्शन से लेकर ट्रांसफर और डिस्पोजल के लिए अलग-अलग टेंडर निकाला था, जिसमें वेस्ट कलेक्शन के लिए एक एजेंसी को फाइनल करने के बाद नगर निगम ने फाइल नगर विकास को भेज दी है। अप्रूवल मिलते ही नगर निगम इस पर काम शुरू करेगा। वहीं घरों के बाहर डिवाइस लगाई जाएगी। आरएफआईडी के कारण कंपनी किसी भी घर के बाहर से कूड़ा नहीं उठाएगी तो इसकी सूचना वहां लगे सेंसर के जरिए नगर निगम आफिस को मिल जाएगी।

पिछले साल हटाई गई थी एजेंसी

नगर निगम ने दो साल पहले सिटी की सफाई का काम आरएमएसडब्ल्यू एजेंसी को दिया था। एजेंसी ने इंस्टालमेंट में पूरे सिटी को कवर तो किया, लेकिन काम करने में लापरवाही बरतना शुरू कर दिया। इसके बाद बोर्ड की सहमति से एजेंसी को काम से हटाने का विचार किया गया। एजेंसी से पिछले साल काम वापस लेने के बाद नगर निगम ने अपने हाथों में कमान संभाली। फिर भी कई इलाकों से वेस्ट कलेक्शन नहीं होने और गंदगी की शिकायतें मिलती रही हैं।

2 लाख हाउस होल्डर्स हैं रजिस्टर्ड

नगर निगम ने सिटी में होल्डिंग टैक्स को लेकर मकानों का सर्वे कराया था। बाद में लोग खुद से आकर अपना हाउस होल्ड निगम में रजिस्टर्ड कराए, जिससे कि अबतक सिटी में दो लाख से अधिक हाउस होल्डर्स निगम में रजिस्टर्ड हो चुके हैं। इससे साफ है कि जो भी एजेंसी डोर टू डोर कलेक्शन के लिए आएगी उसे हर दिन दो लाख घरों से कचरा उठाना होगा। यह सफाई एजेंसी के लिए चैलेंज होगा। लेकिन इस आरएफआईडी सिस्टम से सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सकेगा।

सेंट्रलाइज्ड सिस्टम से होगी निगरानी

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की निगरानी के लिए सेंट्रलाइज्ड सिस्टम तैयार किया जा रहा है, जिससे पार्षद निगम में अपने वार्ड में कूड़ा कलेक्शन की स्थिति का रिकॉर्ड देख सकेंगे। साथ ही उन्हें यह पता चल सकेगा कि एजेंसी किस-किस इलाके में रेगुलर जा रही है और कौन सा इलाका छूट रहा है। अगर एजेंसी को लेकर बार-बार ऐसी कंप्लेन मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी। सेंसर लगे होने के कारण यह भी पता चल जाएगा कि किस लेन में किन घरों से कचरा कलेक्ट किया जा चुका है। इसके बाद छूटे हुए इलाके के लिए गाड़ी भेज दी जाएगी।

Posted By: Inextlive