Ranchi: वह दिन दूर नहीं जब आरयू में कमोबेश सभी काम ऑनलाइन होंगे. न तो फाइल्स का अंबार लगेगा और न ही एग्जाम्स में पेपर का इस्तेमाल होगा.आईपैड पर स्टूडेंट्स एग्जाम लिखेंगे और फॉर्म के लिए भी पेपर फॉरमेट का इस्तेमाल नहीं होगा. यूजीसी के डायरेक्शन के बाद यूनिवर्सिटी को पेपरलेस करने की कवायद शुरू हो चुकी है. यूनिवर्सिटी में पंचिंग मशीन का लगनाइस दिशा में पहला कदम है. अब टीचर्स रजिस्टर की बजाय पंचिंग मशीन में अटेंडेंस बना रहे हैैं


पांच साल का है target यूनिवर्सिटी को अगले पांच सालों में पेपरलेस करने का टारगेट रखा गया है। इसके तहत यूनिवर्सिटी में पेपर्स में होनेवाले ऑफिशियल वक्र्स को ऑनलाइन करने की कवायद चल रही है। स्टूडेंट्स आईपैड पर एग्जाम लिखेंगे तो फॉर्म भी ऑनलाइन भरे जाएंगे। इस दिशा में आरयू ने पहल काफी पहले ही शुरू कर दी है। लास्ट ईयर वीसी ऑफिस में एक ऐसा सॉफ्टवेयर लगाने का प्रपोजल था, जिससे यह पता चल जाता कि ऑफिशियल फाइल का डिस्पोजल हुआ है अथवा वह पेंडिंग है। अगर फाइल पेंडिंग है तो वीसी चैैंबर में रेडलाइट जल जाती। इसके बाद रिलेटेड डिपार्टमेंट के स्टाफ्स से फाइल पेंडिंग होने की वजह जानने में यूनिवर्सिटी ऑफिशियल्स को आसानी हो जाती।

UGC  की guideline
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने कई यूनिवर्सिटीज को पेपरलेस करने के लिए गाइडलाइन जारी की है। इसके लिए यूनिवर्सिटीज को कामकाज के मैनुअल स्टाइल को बदलने को कहा गया है, ताकि कागजों की खपत और बर्बादी को रोका जा सके। पटना यूनिवर्सिटी ने इस दिशा में पहल शुरू कर दी है। नेक्स्ट सेशन से पीयू की ओर से पेपरलेस एग्जाम लिया जाएगा। इसके तहत हर सीट के पास आईपैड होगा, जिसपर स्टूडेंट्स ऑनलाइन एग्जाम देंगे। रांची यूनिवर्सिटी में भी स्टाफ्स की अटेंडेंस के लिए पंचिंग मशीन लगाने के अलावा सभी ऑफिशियल वक्र्स को कंप्यूटर से जोडऩे की तैयारी चल रही है, ताकि एक डिपार्टमेंट से दूसरे डिपार्टमेंट में फाइल्स को ऑनलाइन भेजा जा सके।

Posted By: Inextlive