रांची: राजधानी में डेयरी और खटाल वालों की गंदगी के कारण आसपास के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। शहर के पॉश इलाकों से लेकर कई कॉलोनियों में लोगों ने अवैध तरीके से खटाल और डेयरी फार्म बना दिया है। खटाल और डेयरी फार्म से निकलने वाली गंदगी भी लोग सही तरीके से साफ नहीं करते हैं, जिसका खामियाजा आसपास के लोगों को भुगतना पड़ता है। अब झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रांची सहित राज्यभर के जितने भी डेयरी उत्पादक और डेयरी फार्म चलाने वाले लोग हैं, उनको लेकर हरकत में आ गया है। उन्हें सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा। इसके लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से कंसेंट टू ऑपरेट यानी कि डेयरी फॉर्म चलाने के लिए सहमति लेनी होगी। ऐसा नहीं करने वाली डेयरी को बंद कर दिया जाएगा। इसके लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने 45 दिनों का समय दिया है कि इतने दिनों के अंदर खटाल चलाने की सहमति ले लें नहीं तो उनका खटाल बंद कर दिया जाएगा।

ऑरेंज व ग्रीन कैटेगरी में लेनी होगी सहमति

पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने खटाल चलाने वालों के लिए ऑरेंज और ग्रीन दो तरह की कैटेगरी भी तय की है। यानी सभी लोगों को ऑरेंज या ग्रीन में डेयरी चलाने के लिए कंसेंट टू ऑपरेट लेना होगा। खटाल में कितनी गायों को रखा गया है। किस इलाके में है। कितना हर दिन दूध का प्रोडक्शन होता है। उस खटाल से निकलने वाले कचरे की क्या व्यवस्था है। सभी खटाल चलाने वाले लोगों को डेढ़ महीने का समय दिया गया है कि वह इतने समय में गंदगी हटाने का प्रबंध कर ले नहीं तो उन पर कार्रवाई तय है।

जिनके पास 10 से अधिक जानवर हैं

पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने कहा है कि जिनके पास 10 से अधिक जानवर हैं उनको सहमति लेना अनिवार्य होगा। 10 से अधिक जितने भी जानवर लोग रखेंगे उनको बिना सहमति अब खटाल चलाना मुश्किल हो जाएगा। इसके लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने मॉनिटरिंग सिस्टम भी डिवेलप किया है कि कैसे उनको मॉनिटर किया जाएगा। बोर्ड के अधिकारी भी नजर रखेंगे।

रांची में चल रहे कई खटाल

राजधानी में अवैध तरीके से और बिना प्लानिंग के कई खटाल लोगों ने खोल रखा है। शहर के अधिकतर मोहल्लों में लोगों ने खटाल खोला है और बिना प्लानिंग किसी तैयारी वो अपना काम कर रहे हैं। मोहल्ले में ही गोबर छोड़ दे रहे हैं, जिससे आसपास के लोग दुर्गध से परेशान हैं। साथ ही खटाल से निकलने वाली गंदगी भी सड़कों पर बहा दी जाती है, जिससे चलने वाले लोगों को भी परेशानी होती है। कई बार नगर निगम इन पर कार्रवाई भी करता है लेकिन इनको ना तो हटाया जाता है और ना ही वो गंदगी को रोकने के लिए कोई काम करते हैं। अब पाल्यूशन डिपार्टमेंट एक्टिव हुआ है कि इन पर नकेल कसा जाए।

Posted By: Inextlive