रांची: ओरमांझी स्थित बिरसा जू में बाघ शिवा की मौत के बाद उद्यान के दो बाघ मलिक व जावा के साथ बाघिन लक्ष्मी, सरस्वती, गौरी व कावेरी की आरटीपीसीआर जांच के स्वाब का सैंपल लेकर आइवीआरआइ बरेली भेजा गया। इसके अलावा शेरनी प्रियंका व जया के साथ शेर वीरू और ब्लैक पैंथर मिर्जा व पैंथर राधा का भी स्वाब भी बरेली भेजा गया है। उद्यान के पशु चिकित्सक ओमप्रकाश साहू ने बताया कि शिवा के अलावा अन्य 11 पशुओं की आरटीपीसीआर जांच के लिए बरेली पहुंच गया है। एक दो दिन में सभी की रिपोर्ट आने की संभावना है। वहीं, उद्यान के निदेशक वाईके दास ने उद्यान के सभी पदाधिकारियों व कर्मियों को दिशा-निर्देश देकर उद्यान के सभी पशु-पक्षियों पर नजर रखने को कहा है।

भालू के शव का पोस्टमार्टम

बिरसा जैविक उद्यान में मृत भालू मदारी का रविवार को पोस्टर्माटम कर शव को उद्यान के शवदाह गृह में जला दिया गया। रांची वेटनरी कालेज कांके के एचओडी डा। एमके गुप्ता, उद्यान के पशु चिकित्सक डा। ओमप्रकाश साहू के साथ चार सदस्यीय चिकित्सक टीम ने भालू का पोस्टर्माटम किया। इसमें भालू मदारी के सिर, पेट व सीने में गंभीर चोट लगने की पुष्टि हुई। शनिवार को उद्यान के ब्रिडिंग सेल में छोटू भालू के साथ हुई भिड़ंत में भालू मदारी की मौत हो गई थी।

पशुओं की प्रत्येक माह होगी जांच

जू के मुख्य वन संरक्षक सह निदेशक वाईके दास ने उद्यान के पशुओं का विशेष ध्यान देने व पशुओं के पसंद का भोजन देने से संबंधित नई गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने का निर्देश उद्यान के सभी वनक्षेत्र पदाधिकारियों को दिया गया है। किसी भी कर्मी द्वारा लापरवाही बरते जाने पर उसपर कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई है। वहीं, उद्यान खुलने पर किसी पर्यटक द्वारा उद्यान पशुओं को परेशान किए जाने पर उक्त पर्यटक को गिरफ्तार करने व वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिए उद्यान कर्मियों व केजकीपर को कहा गया है।

ये है गाइडलाइन

प्रत्येक माह पशुओं को स्कूजर केज से लेकर नाखून, सूंड, दांत, छोटे-मोटे घाव व कटे होने की जांच होगी।

सूखे व साफ कपड़े से पशुओं को सफाई करनी होगी।

दो जानवरों को एक साथ रहने व रखने के दौरान केजकीपर व अन्य कर्मियों को उसपर विशेष ध्यान रखना है।

दो पशुओं के बीच लड़ाई होने की आशंका या होने पर अलग करने की व्यवस्था रखना है।

सभी केजकीपर व उद्यान कर्मियों के कार्य का आकलन वनरक्षी करेंगे।

निर्देशों का सख्ती से पालन कराने की जिम्मेदारी उद्यान के सभी वनक्षेत्र पदाधिकारी को दी गई है।

Posted By: Inextlive