श्री जीण माता के सावन सिंधारा महोत्सव का आयोजन मंगलवार की दोपहर तीन से रात आठ बजे तक स्थानीय स्वर्ण भूमि बैंक्वेट हॉल डंगरा टोली में किया गया.


रांची (ब्यूरो): कार्यक्रम के प्रारम्भ में राजस्थान एवं गुजरात की प्रसिद्ध गायिका आशा वैष्णव को झारखंड के प्रारंपरिक छऊ नृत्य द्वारा स्वागत कर सभागार में लाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत गणेश पूजन के साथ हुई इसके बाद विजय पालडीवाल ने सह परिवार माता की 'योत प्र'वलित की। इसके बाद राजस्थान से पधारी आशा वैष्णव एवं उनकी टीम ने सुमधुर भजनों की वर्षा की। कार्यक्रम की शुरुआत धर्म राज मेजा द्वारा गणेश जी के भजन तेरी जय हो गणेश से की। कार्यक्रम के दौरान श्री जीण माता को मेहंदी लगाई गई, चुनरी उड़ाई गई। सभी सदस्यों ने मिलकर माता को गजरा पहनाया। इसके बाद विशेष रूप से तैयार किए गए छप्पन भोग का प्रसाद लगाया गया। भक्तों ने माता को झूला झुलाया। राजस्थान में सिंधारा का एक विशेष महत्व होता है इस दिन बहू-बेटियों को वस्त्र, आभूषण देकर मीठे-मीठे पकवान खिलाकर झूला झुलाया जाता है। महोत्सव का समापन श्री जीण माता की महाआरती के साथ हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रवाल, उपाध्यक्ष विजय पालडीवाल, सचिव दिलीप पटवारी, कोषाध्यक्ष सुभाष अग्रवाल, प्रदीप सिंघानिया, प्रदीप शर्मा, बजरंग लाल सोमानी, प्रदीप पटवारी एवं सभी सदस्यों का विशेष योगदान रहा। हेसल में 32 वर्षों बाद खुला शिव मंदिर
हनुमान मंदिर रोड, हेसल गांव का शिव मंदिर 32 वर्षों से बंद था बिरेंद्र प्रसाद ने बताया कि एक ऐतिहासिक पल है कि 32 वर्षो के बाद मंदिर का पट खुला है। बंद रहने के कारण इस मंदिर के मरम्मत एवं जीर्णोद्धार की जरूरत है, जिसमें काफी खर्च आएगा। इस कार्य को जनसहयोग से ही पूरा होना संभव है। पदयात्रा एवं बाबा के जयकारे में मुख्य रूप से संजीव कुमार ङ्क्षसह (चुन्नू), शैलेश्वर दयाल ङ्क्षसह, बिरेंद्र प्रसाद, नंदकिशोर ङ्क्षसह चंदेल, मोहन पांडे, विजय पांडे, जितेंद्र प्रसाद, एसके शर्मा, कुमुद झा, किरण कुमारी, रूपाली कुमारी, इशिका चौधरी, गीता शर्मा, रामा ङ्क्षसह, यश ङ्क्षसह, राजीव पांडेय, अरङ्क्षवद ङ्क्षसह, विनोद कुमार साह, नीतू ङ्क्षसह, राजेश ङ्क्षसह, अरुण चौधरी, बलराम ङ्क्षसह, शिवाजी ङ्क्षसह, दिनेश कुमार गुप्ता आदि शामिल हुए।

Posted By: Inextlive