शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास झारखंड प्रांत के प्रांतीय टोली की बैठक सरस्वती शिशु विद्या मंदिर धुर्वा में संपन्न हुई.


रांची (ब्यूरो): इसमें संगठनात्मक विस्तार, प्रवास योजना, विषयसह वार्षिक प्रतिवेदन, आगामी वार्षिक कार्य योजना, निधि संग्रह तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति क्रियान्वयन से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया। कार्य एवम उद्देश्यों पर चर्चा न्यास के राष्ट्रीय संचालन समिति के सदस्य व सरला बिरला विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो विजय कुमार सिंह ने न्यास के कार्य एवम उद्देश्यों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि शिक्षा अपनी संस्कृति, प्रकृति एवं प्रगति के अनुरूप बने। इसके लिए चरित्र निर्माण एवं व्यक्तिव का समग्र विकास, मूल्यपरक शिक्षा, वैदिक गणित, पर्यावरण शिक्षा, शिक्षा में स्वायत्ता, प्रबंधन शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, शिक्षक शिक्षा, इतिहास शिक्षा की भारतीय दृष्टि, शोध प्रकल्प आदि को न्यास अपना मुख्य विषय बना कर कार्य कर रहा है। कार्यों के बारे दी जानकारी
न्यास के प्रान्त संयोजक अमरकांत झा ने संगठनात्मक रूप से सभी विषयों के विषय प्रमुखों एवं उनके कार्यों के बारे में जानकारी दी गई एवम प्रांत टोली के सभी सदस्यों के प्रवास योजना भी बनाई गई। न्यास की प्रांत अध्यक्ष सह झारखंड राय विश्वविद्यालय की वीसी प्रो डॉ सविता सेंगर ने झारखंड के सभी जिलों तक कार्य विस्तार एवं समिति गठित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा के नीति, व्यवस्था, पाठ्यक्रम में परिवर्तन करना यह कार्य प्रमुख रूप से सरकार का है परंतु शिक्षा में बदलाव हेतु जमीनी प्रयास का दायित्व समाज का विशेष करके शिक्षा जगत के लोगों का है। इनकी रही मौजूदगी मौके पर प्रांत संयोजक अमरकांत झा, सह संयोजक महेंद्र कुमार सिंह, डॉ रंजीत प्रसाद, डॉ पीयूष रंजन, डॉ अमृत कुमार, प्रो अमित गुप्ता, डॉ रामकेश पांडेय, डॉ सत्येंद्र कुमार शर्मा, डॉ जितेंद्र त्रिपाठी, डॉ भारद्वाज शुक्ल, रामजी यादव आदि उपस्थित थे।

Posted By: Inextlive