श्रीश्याम मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भव्य आयोजन भजन कार्यक्रम भी.


रांची(ब्यूरो)। हरे रामा, हरे रामा हरे कृष्णा, हरे कृष्णा की धुन से शुक्रवार को हरमू रोड स्थित श्रीश्याम मंदिर गूंज रहा था। सुबर 5 बजे मंदिर खुलते ही भक्तगण श्रीश्याम सरकार का दर्शन करने मंदिर आने लगे थे। सुबह मंगला आरती, श्रृंगार आरती और दोपहरभोग व संघ आरती के बाद मंदिर के पट बंद कर दिए गए। शाम 4.30 बजे मंदिर के पट खुलते ही बरसात में भी भक्तों की कतारें लगती रहीं। साम 7 बजे ग्वाल आरती और 8 बजे भोग प्रार्थना के बाद विभिन्न अनुष्ठान के लिए पट बंद कर दिए गए। भगवान श्री कृष्ण की 5247वीं जयंती के अवसर पर श्रीश्याम मंदिर परिसर का कोना कोना हरे पत्तों फूलों फलो से सजाया गया। जगह-जगह कृष्ण लीला की छवि लगाई गई थी। रोशनी की जगमगाहट से पूरा मंदिर जगमग जगमग कर रहा था। श्री श्याम मित्र मंडल के महामंत्री विश्वनाथ नारसरिया ने बताया कि श्रीश्याम मंदिर में पहली बार बड़े पैमाने पर हरियाली सजावट से मंदिर को सजाया गया।प्रभु का महास्नान
मंडल के मंत्री श्याम सुंदर शर्मा और झारखंड के प्रमुख आचार्य अनूप दाधीच के सानिध्य में मंदिर के आचार्य जनों के साथ खाटू नरेश व लड्डू गोपाल को महास्नान कराया। गंगाजल, दूध ,दही, शहद, चीनी, जल आदि के मिश्रण से स्नान कराकर मंदिर में विराजमान सभी देवी देवताओं को केसरिया वस्त्र पहनाया गया। सुगंधित इत्र से खाटू नरेश की मालिश की गई। लाल गुलाब की मोटी-मोटी मालाओं से खाटू नरेश सहित देवी देवताओं का श्रृंगार किया गया और पूरा मंदिर मंदिर गुलाब फूल की सुगंध से महक रहा था। संपूर्ण श्रृंगार व्यवस्था मंडल के मंत्री गौरव अग्रवाल मोनू की देखरेख में संपन्न हुई। इस मौके पर मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोवर्धन प्रसाद गाड़ोदिया, मुख्य अतिथि व झारखंड सम्मेलन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष बसंत मित्तल विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस दौरान मंदिर में बनाए गए विशेष प्रसाद का वितरण किया गया।भजनों का चला दौर


रात 8 बजे से भजनों का कार्यक्रम शुरू हुआ। श्याम बाबा के लोकप्रिय भजनों के गायक कोलकाता के संदीप सुल्तानिया व कोलकाता की निशा सोनी ने एक से एक बढ़कर नए पुराने भजनों से बाबा के दरबार में भक्तों को गाकर रिझाकर नचाया। हाथी, घोड़ा, पालकी, जय कन्हैया लाल की से खाटू बाबा का दरबार गूंज रहा था। रात 12 बजे मंदिर के पट खुलते ही पूरा मंदिर परिसर जय जयकारों से गूंज उठा। महाआरती की गई। भगवान कृष्ण का जन्म उत्सव मनाया गया और लड्डू गोपाल को झूला झुलाया गया। रात 12.50 बजे शयन आरती के बाद मंदिर के पट बंद कर दिए गए।

Posted By: Inextlive