- सेना के पहुंचने से पहले ही आ गए थे दलाल

- 100 से भी युवाओं से किया संपर्क

- दस को डिलीवर भी कर दिया फर्जी प्रमाण पत्र

- एक भी दलाल नहीं फंसा चंगुल में, फंस गए सर्टिफिकेट खरीदने वाले

- फर्जी सर्टिफिकेट लेकर आर्मी बहाली में शामिल होने आए छह गिरफ्तार, दलाल फरार

सेना ने चेताया था, पर नहीं माने। अंजाम अच्छा नहीं हुआ। फर्जी सर्टिफिकेट लेकर सेना में भर्ती होने पहुंचे छह युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि एक भी दलाल शिकंजे में नहीं आया। गुरुवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में चल रही आर्मी बहाली में फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए बहाल होने की कोशिश करते छह अभ्यर्थी पकड़े गए। सभी के पास से दिल्ली, बिहार और मध्य प्रदेश के जाली सर्टिफिकेट बरामद किए गए हैं। आर्मी इंटेलिजेंस के रांची ब्रांच को सूचना मिली थी कि फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए कुछ अभ्यर्थी बहाल होने की कोशिश कर रहे हैं। इस सूचना पर इंटेलिजेंस की टीम ने सभी अभ्यर्थियों को दबोच लिया। हालांकि, उनके पकड़े जाने पर उन्हें सर्टिफिकेट देने वाले दलाल फरार हो गए। गिरफ्तार युवक दहाड़ मार कर रो रहे थे और इतना ही कह रहे थे कि दलालों ने फंसा दिया।

मोटी रकम वसूली

इन अभ्यर्थियों को बिहार और मध्य प्रदेश के दलालों ने फर्जी सर्टिफिकेट मुहैया कराते हुए सेना में बहाली का झांसा दिया था। इनसे मोटी रकम की वसूली भी की थी। हालांकि, अभ्यर्थी सब कुछ जानते हुए भी फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए बहाल होने की कोशिश कर रहे थे। इस मामले में आर्मी की ओर से लालपुर थाने की पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई। लालपुर थाना प्रभारी अर¨वद सिंह ने बताया कि इस मामले में न तो पकड़े गए अभ्यर्थियों को सौंपा गया और न ही एफआइआर या जांच के लिए कोई आवेदन ही दिया गया है।

अब दलालों की तलाश

फर्जी सर्टिफिकेट के साथ पकड़े गए अभ्यर्थियों ने बताया है कि सभी दलालों के झांसे में आकर बहाल होने चाहते थे। दलालों ने करीब 100 लोगों से संपर्क साधा था। 10 लोग झांसे में भी आए। सर्टिफिकेट के एवज में किसी से 5 हजार, तो किसी से 10 हजार तक लिए गए थे। नौकरी लगने के बाद लाखों रुपये देने की बात तय हुई थी। उनका सर्टिफिकेट बोर्ड ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन दिल्ली और श्री नारायणपुर मथुरापुर बिहार से बनाया गया था। आर्मी इंटेलिजेंस सभी दलालों के बारे में भी पता लगा रही है।

Posted By: Inextlive