RANCHI: नक्सलियों और अपराधियों हो जाओ सावधानक्योंकि पुलिस से मुठभेड़ होने पर अब भागना मुश्किल हो जाएगा। जी हां, रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के आदेश पर पुलिसकर्मियों को हथियार चलाने की स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है। जिले के हर पुलिस थाने के इंस्पेक्टर से लेकर जवान तक को हथियार चलाने की प्रैक्टिस करवाई जा रही है, ताकि मौके पर वे कहीं से भी न चूकें।

फायरिंग के तीन तरीके

सभी पुलिस वालों को तीन तरीके से फायरिंग करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्हें सिखाया जा रहा है कि स्थिर टारगेट, मूविंग टारगेट और भागते वाहन का पीछा करने के दौरान अपराधियों को पकड़ने के लिए कैसे फायरिंग की जानी चाहिए। साथ ही नाकाबंदी तोड़कर भागते अपराधियों के वाहनों का पीछा कर पुलिसकर्मियों को उन्हें पकड़ने के लिए फायरिंग के गुर भी सिखाए जा रहे हैं।

वर्जन

वैसे तो हथियार की ट्रेनिंग फायरिंग रेंज में होती ही है, लेकिन अब थाना स्तर पर भी इसे शुरू किया गया है। इससे आपात स्थिति के दौरान हथियार चलाने और उसका उपयोग करने में किसी भी पुलिस वाले का विश्वास डगमगाएगा नहीं। प्रत्येक प्रेक्टिस सेशन के बाद पुलिसकर्मियो को उनकी कमी बताई जाएगी, फिर उसे दूर करने की जानकारी देकर फिर से फायरिंग करवाई जाएगी।

-कुलदीप द्विवेदी, एसएसपी, रांची

Posted By: Inextlive