- फेस शील्ड और सेनेटाइजर की अब हो सकेगी जांच

- मार्केट में नकली सामान मिलने की आ रही है शिकायत

- खाद्य आपूर्ति विभाग करेगा जांच, ऑनलाइन शिकायत करा सकते हैं दर्ज

कोरोना काल में सबसे अधिक मास्क, हैंड सेनेटाइजर, फेस शील्ड सहित कई चीजें बाजार में नकली बिक रही हैं। खाद्य आपूर्ति तथा उपभोक्ता संरक्षण विभाग के पास ऐसी कई शिकायतें आई हैं। बिना किसी नियम और कायदे के तैयार माल लोगों को बेचा जा रहा है, जिससे लाभ की जगह हानि होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अब झारखंड सरकार केंद्र सरकार की ओर से लांच किए गए बीआईएस केयर मोबाइल एप पर लोगों को ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने की सलाह दे रही है।

जांच कर होगी कार्रवाई

खाद्य आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लोगों को किसी भी सामान को खरीदने के बाद अगर लगता है कि वह नकली है तो इस एप के माध्यम से तुरंत शिकायत दर्ज करें। विभाग के अधिकारी उस शिकायत पर तुरंत जांच करके कार्रवाई करेंगे।

मिलता रहेगा सारा डेटा

विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इन दिनों सबसे अधिक शिकायत कोरोना और उससे सुरक्षा से जुड़े हुए प्रोडक्ट को लेकर आ रही है। सरकार भी इस समय कोरोना से जुड़े हुए प्रोडक्ट को लेकर ज्यादा चिंतित है कि लोग गलत प्रोडक्ट का यूज न करें, इसलिए इस एप के माध्यम से लोग अगर अपनी शिकायत दर्ज करते हैं, तो उसकी जांच करने में आसानी होगी। लोगों को जांच करके रिपोर्ट भी बताया जाएगा।

सभी सामानों की होगी जांच

आईएसआई या हॉलमार्क का निशान लगे सामान के बारे में आप तुरंत जान पाएंगे कि वह असली या नकली। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने ये पता लगाने के लिए एक मोबाइल एप लॉन्च किया है।

लोगों को मिलेगी मदद

भारतीय मानक ब्यूरो ने बीआईएस केयर नाम का एक मोबाइल एप लॉन्च किया है। ये एप ग्राहकों को असली और नकली सामान में फर्क करने में मदद करेगा। उदाहरण के लिए, अगर आप बाजार से पंखा या कोई अन्य सामान खरीदने जाएं तो उसपर आईएसआई का निशान लगा रहता है। अगर आपको शंका होती है कि पंखा उस ब्रांड का नहीं लग रहा, जिसका नाम उस पर लिखा है तो आप इस बीआईएस केयर नाम के एप पर आईएसआई का नंबर लिख कर ब्रांड और उस कंपनी की पूरी जानकारी एप पर देख सकते हैं। नंबर लिखते ही मालिक समेत उस ब्रांड और कंपनी की पूरी जानकारी आपके मोबाइल एप पर सामने आ जाएगी।

एप बताएगा, सोना खरा है या नहीं

इसी एप से सोने की प्रामाणिकता भी परखी जा सकेगी। सोने के आभूषणों की हॉलमार्किग को अनिवार्य बनाने का फैसला हो चुका है जो, अगले साल एक जनवरी से लागू हो जाएगा। सोने के हॉलमार्किग के नंबर को भी इसी मोबाइल एप पर डालकर ये देखा जा सकेगा कि सोना असली या नहीं।

शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे

एप की एक और विशेषता ये है कि अगर आपको सामान नकली दिखता है तो तुरंत उसी वक्त इस एप से अपनी शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे। मोबाइल एप को किसी भी एंड्रायड फोन पर डाउनलोड किया जा सकता है। एप फिलहाल हिन्दी और अंग्रेजी में उपलब्ध है और इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।

Posted By: Inextlive