RANCHI: चार दिनों से चल रहा लुका-छिपी का खेल रविवार को समाप्त हो जाएगा। झारखंड के सबसे बड़े नक्सली कुंदन पाहन का विधिवत सरेंडर कराया जाएगा। यह सरेंडर डोरंडा के डीआईजी सह आईजी कार्यालय में होगा। इसकी सारी तैयारी पुलिस विभाग की ओर से कर ली गई है। कुंदन पाहन को रविवार दोपहर क्ख् बजे मीडिया के सामने लाया जाएगा। उसके साथ उसका सहयोगी विष्णु मुंडा भी सरेंडर करेगा। डीआईजी अमोल वेणुकांत होमकर ने इसकी पुष्टि की है।

जख्मी कुंदन का इलाज कराया था पुलिस ने

बताया जाता है कि कुंदन पाहन एक बार बाइक से कहीं जा रहा था। रास्ते में उसका एग्सीडेंट हो गया। इसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया था और इलाज के बाद छोड़ दिया था।

दिउड़ी मंदिर मुठभेड़ के बाद धराया था

गौरतलब हो कि रांची के पूर्व एसएसपी प्रवीण कुमार सिंह ने कुंदन पाहन को दिउड़ी मंदिर के पास एक मुठभेड़ के दौरान पकड़ा था। इसके बाद पुलिस उसे अपने साथ तमाड़ थाना ले गई थी, लेकिन उस समय एक पूर्व मुख्यमंत्री की पहल पर कुंदन पाहन और उसके सहयोगियों को छोड़ा गया था। इस बात की चर्चा पूरे पुलिस महकमे में हुई थी।

रांची में है कुंदन, हर घंटे बारीगढ़ा घर में कर रहा बात

वैसे तो कुंदन पाहन रांची पुलिस के कब्जे में है। उसे गोपनीय स्थान पर रख कर पूछताछ की जा रही है। पर, जबसे कुंदन पाहन ने पुलिस के समक्ष अपने हथियार डाले हैं, तबसे वह कंटीन्यू अपने परिवार के संपर्क में है। भतीजा चटकन पाहन, दोस्त बुधन मुंडा समेत गांव के कई लोगों से कुंदन हर एक घंटे पर फोन से बात कर रहा है। गांव का हाल-चाल पूछता है। शनिवार को भी चटकन पाहन ने बताया कि उसकी आज भी चाचा से बात हुई थी। करीब आधे घंटे बात करने के बाद उन्होंने फोन काट दिया।

भतीजे को बताया-मंडा पूजा में होगा शामिल

कुंदन पाहन ने भतीजा चटकन पाहन को बताया कि वह एक बार फिर गांव आएगा। यहां मंडा पूजा में शामिल होगा। फिर वहां अ‌र्द्धनिर्मित दुर्गा मंदिर में मत्था टेकने के बाद परिजनों से आशीर्वाद लेगा। इसके बाद ही वह जेल जाएगा। चटकन के मुताबिक, उसके चाचा(कुंदन पाहन) ने कहा है कि वह क्ब् मई को किसी भी समय गांव आ सकता है। गांव में कुंदन पाहन के आने की बात पर तैयारियां भी शुरू कर दी गई है।

फ्रांसिस इंदवार हत्याकांड से सुर्खियों में आया

झारखंड सरकार की ओर से क्भ् लाख के ईनामी घोषित नक्सली ने पुलिस इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार की तालिबानी तरीके से हत्या करने के बाद उसके सिर को लाश से क्0 फीट दूर एनएच फ्फ् पर रख दिया था। वह क्7 साल से नक्सली दस्ते में था और उसने तमाड़, खूंटी, राहे, बुंडू और अड़की में अपना खौफ कायम कर दिया था। कुंदन पाहन पुलिस इंस्पेक्टर, डीएसपी, एमपी, एमएलए और एक निजी बैंक से पांच करोड़ कैश समेत सवा किलो सोना लूटने के बाद कुख्यात बन गया था।

Posted By: Inextlive