रांची: झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (जीटीडीसी) न्यू ईयर के जश्न में टूरिस्ट्स की सेफ्टी को लेकर स्पेशल प्लानिंग कर रहा है। इसके तहत रांची के कांके, हटिया डैम समेत सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे व सर्विलांस लगाकर सुरक्षा की निगरानी की जाएगी। सीसीटीवी लगाने का काम इसी माह पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि पर्यटन स्थलों पर असामाजिक तत्वों द्वारा छेड़खानी समेत अन्य परेशानियों को देखकर जेटीडीसी अपनी प्रॉपर्टी के साथ ही पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर है। इसके लिए तेजी से तैयारी चल रही है।

संवरेगा कांके डैम

इतना ही नहीं, जेटीडीसी द्वारा राजधानी के बीचोबीच स्थित कांके डैम को संवारने का प्रयास भी शुरू कर दिया गया है। शहर के बीचोबीच लाइटिंग, साउंड व लेजर शो, एडवेंचरस स्पो‌र्ट्स, बच्चों के खेलने के लिए खूबसूरत पार्क तैयार किया जाएगा। कांके रोड स्थित कांके डैम पार्क को एम्यूजमेंट पार्क बनाने के लिए जेटीडीसी ने शहर के प्रतिष्ठित हॉस्पिटैलिटी ग्रुप कैपिटल हिल और कावेरी की कंपनी कावेरी दिव्या होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ एमओयू किया है। इसे पर्यटन विभाग द्वारा 25 सालों के लीज पर कांके डैम के संचालन, मेंटेनेंस व देखरेख के लिए दिया गया है।

कावेरी ग्रुप चलाएगा

यह पूरी तरह से पीपीपी मोड पर चलेगा। इसके लिए कावेरी ग्रुप की ओर से पार्क का रिनोवेशन किया जाएगा। इस पर आने वाला सारा खर्च कंपनी की ओर से किया जाएगा। एमओयू के अनुसार यहां से होने वाली इनकम में से कुछ हिस्सा सालाना जेटीडीसी को दिया जाएगा।

6 एकड़ में है पार्क

कांके रोड स्थित कांके डैम पार्क पर्यटन विभाग के अंदर संचालित जेटीडीसी की प्रॉपर्टी है। यह 6 एकड़ एरिया में फैला हुआ है। यहां पर पहले से ही पर्यटन विभाग द्वारा कई तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर बनाकर रखा गया है। लेकिन अब जिस नई कंपनी को इसे संचालन के लिए दिया गया है, उस कंपनी को यह अधिकार दिया गया है कि वह अपने तरीके से वहां लाइटिंग, लेजर शो, फू ड कोर्ट, रेस्टोरेंट, चिल्ड्रेन पार्क और एडवेंचरस स्पो‌र्ट्स के लिए नए तरीके से रिनोवेशन कर सकती है।

पर्यटन को बढ़ावा देने की न्यू पॉलिसी

झारखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई पर्यटन नीति-2020 बनाई गई है। पर्यटन, कला, संस्कृति, खेलकूद और युवा कार्य विभाग की ओर से बनाई गई है। झारखंड सरकार द्वारा राज्य के पर्यटन केंद्रों को चार श्रेणियों में बांटकर विकसित किए जाने की योजना है। इससे पर्यटन के क्षेत्र में लगभग 75 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। इसके अलावा टूरिज्म सिक्योरिटी फोर्स का गठन किया जाएगा। इसमें स्थानीय युवाओं को नियुक्त किया जाएगा। ये पर्यटन स्थलों और पर्यटकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाएंगे।

क्या है न्यू टूरिस्ट पॉलिसी में खास

नई पर्यटन नीति में विभिन्न पर्यटन स्थलों को 12 श्रेणियों में बांट कर संवारा जाएगा। धार्मिक, इको, कल्चरल, रुरल, क्राफ्ट एंड क्यूजिन, एडवेंचर, वीकेंड गेटवेज, फिल्म टूरिज्म, वाटर स्पो‌र्ट्स एंड रिक्रिएशन पार्क, वेलनेस टूरिज्म और माइनिंग टूरिज्म शामिल है। इसके अलावा बजट टूरिज्म को भी शामिल करने पर चर्चा हुई। इन पर्यटन स्थलों को उनकी पहचान और जरूरतों के हिसाब से विकसित किया जाएगा। नेतरहाट, बेतला, चांडिल, दलमा, मिरचैया, गेतलसुद को इको टूरिज्म सर्किट के तौर पर विकसित किया जाएगा। वहीं जरूरत के हिसाब से पर्यटन स्थलों पर हेलीकॉप्टर सुविधा भी शुरू करने की योजना है।

लोगों के लिए रीट्रिट प्लान

नई पर्यटन नीति में पर्यटकों के लिए चार दिनों के रीट्रिट प्लान का भी जिक्र है। इसके तहत लोगों को राज्य के पर्यटन स्थलों की सैर की व्यवस्था की जाएगी। वहीं यूथ हॉस्टल बनाने का भी नई पर्यटन नीति में प्रावधान किया गया है। इसके अलावा पर्यटन स्थलों पर मनोरंजक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा, ताकि लोग यहां आने के लिए आकर्षित हों।

Posted By: Inextlive