मेन रोड से लेकर हरमू रोड तक तार होने लगे गायब. तार काट कर ले गए चोर ट्रैफिक सिग्नल हुआ बंद.


रांची (ब्यूरो)। सिटी को स्मार्ट लूक देने के लिए कई तरह के प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। फ्लाईओवर, सड़क, नाली के साथ-साथ अन्य योजनाओं पर भी काम हो रहा है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ही शहर में ट्रैफिक सिग्नल, सीसीटीवी कैमरा समेत दूसरे संसाधन भी लगाए गए हैं। लेकिन यहां के चोरों को यह रास नहीं आ रहा है। ट्रैफिक सिग्नल, सीसीटीवी में लगे वायर भी चोर नहीं छोड़ रहे हैं। राजधानी का राजपथ कही जाने वाली सड़क हरमू रोड सहजानंद चौक के समीप लगे सीसीटीवी कैमरे और ट्रैफिक सिग्नल के लिए लगाए गए तार भी काट कर चोर ले गए। यहां रहने वाले लोगों ने मामले को सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है। पास में रहने वाले सुनील साहू ने बताया कि सुबह पांच बजे जब घर से निकले तो कुछ लोग तार काटते देखे गए। उन्हें डांट कर भगाया गया। इसके बाद लोकल थाना और पीसीआर को इसकी जानकारी दी गई। पुलिस आने के पहले ही चोर तार छोड़कर भाग गए। पुलिस ने तार जब्त कर लिया। तार कटने से ट्रैफिक सिग्नल बंद
हरमू रोड, मेन रोड व दूसरे इलाकों से भी तार के चोरी होने की सूचना मिली है। ट्रैफिक सिग्नल के तार कटने के बाद सिग्नल ने काम करना बंद कर दिया है। सहजानंद चौक पर तैनात ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि सिग्नल के तार कट जाने से सिग्नल ऑपरेट करने में काफी परेशानी हो रही है। मैनुअल ही ट्रैफिक स्मूथ करना पड़ रहा है। इससे पहले भी बिजली के तार अंडरग्राउंड करने के नाम पर सडक खोदी गई थी। जिसमे ट्रैफिक सिग्नल का तार कट गया था। जिस कारण करीब एक महीने तक सिग्नल बंद रहा। अब चोरों ने तार काट कर फिर से सिग्नल बंद कर दिया है। तार चोरी बढ़ी


हर तरह के तार की चोरी इन दिनों शहर में बढ़ गई है। बिजली के तार, हाईटेंशन वायर, सीसीटीवी केबल और अब ट्रैफिक सिग्नल के तार की भी चोरी होनी शुरू हो गई है। इन तारों में कॉपर और अल्युमीनियम होता है, जिसे चोर कबाड़ी दुकान पर कम कीमत में बेच देते हैं। ज्यादा नशेड़ी ही ऐसी वारदात को अंजाम दे रहे हैं। नशे के जुगाड़ के लिए ये लोग कभी तारों की चोरी तो कभी घर या दुकान में भी चोरी को अंजाम देते हैं। घर-दुकान के साथ-साथ चोरों की नजर सरकारी प्रॉपर्टी पर भी रहती है। कभी सरकारी टॉयलेट में लगे बल्ब, पानी का मोटर तो कभी टेबल-कुर्सी भी चुरा ले जाते हैं चोर। इसके अलावा बिजली के तारों पर भी इनकी नजर रहती है, जहां मौका मिला तार काट कर फरार हो जाते हैं। कुछ दिनों पहले अरगोड़ा थाना क्षेत्र में बडी मात्रा में हाईटेंशन तार चुराने का मामला भी सामने आया था। पुलिस ने छापेमारी में 10 क्विंटल हाईटेंशन तार बरामद किया था। इन तारों को चोर लॉजिस्टिक गोदाम एवं कबाडख़ानों में खपाते हैं। चोरों की सेटिंग इन गोदामों और कबाड़ी दुकान संचालकों से रहती है। कबाड़ी वाले चोरों से ये तार औने-पौने दाम में खरीद लेते हैं, जिसे बाद में ग्राहकों को सेकेंड हैंड तार बताकर मार्केट से आधे दाम में बेच दिया जाता है। वहीं कबाड़ी वाले अल्युमिनियम से बर्तन बनाने वालों को भी ये तार बेचते हैं, जो अल्युमिनियम बाजार में 240 से 260 रुपए प्रति किलोग्राम बिकता है, उसे गोदाम और कबाड़ीवाले 60 से 70 रुपए केजी के भाव में चोरों से खरीदते हैं और सेकेंड हैंड वायर बता कर ग्राहकों को 90 से 100 रुपए केजी में बेच देते हैं। इस गिरोह में तार कटिंग करने वाले से लेकर उसे खपाने और ट्रांसपोर्टर सभी शामिल हैं।

Posted By: Inextlive