सिटी की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. सिग्नल्स तो पहले से ही डेड हो चुके हैं. वहीं चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के जवान भी अब नजर नहीं आ रहे है.

रांची(ब्यूरो)। सिटी में ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त होने के बाद हर चौक-चौराहे पर जाम की समस्या विकराल हो गई है। इन सबके पीछे सबसे बड़ा कारण सिटी में कप्तान का न होना है। बीते तीन महीने से राजधानी रांची में ट्रैफिक एसपी का पद खाली है। इस वहह से कई चेकिंग प्रभावित हो रही है। इसके साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था भी चौपट हो गई है। अगस्त महीने में अजीत पीटर डुंगडुंग का ट्रांसफर किया गया था। उनकी जगह अंजनी अंजन को जिम्मेवारी दी गई। कुछ दिनों में ही अंजनी अंजन का भी ट्रांसफर कर दिया गया। इसके कुछ दिनों बाद सीसीआर एएसपी रेश्मा रमेशन को प्रभार दिया गया। लेकिन कुछ दिनों बाद ही उनका भी तबादला हो गया। इस तरह रांची की ट्रैफिक व्यवस्था बिना कप्तान कबड्डी का मैदान बन गई है, जिसको जिधर मन हो रहा उधर गाड़ी घुसा रहा है। बेतरतीब तरीके से गाड़ी पार्किंग के कारण सड़क पर जाम की स्थिति बन रही है। पेश है सिटी के ऐसे ही कुछ चौक-चौराहों का रियलिटी चेक

स्पॉट 1: कांटाटोली चौक
टाइम: 1:10 बजे दोपहर
कांटाटोली चौक पर दिन भर अव्यवस्था का आलम रहता है। चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल भी काम नहीं कर रहे हैं। सुबह, दोपहर, शाम हर वक्त जाम लग रहता है। फ्लाईओवर का काम रुका होने की वजह से भी ट्रैफिक डिस्टर्ब हो रही है। इस चौराहे पर चार से पांच पुलिस कर्मी ट्रैफिक संभालने में जुटे रहते हैं। लेकिन इस वक्त सिर्फ एक पुलिसकर्मी ट्रैफिक संभाल रहा है, बाकी शेड में बैठकर आराम फरमाते हैं।

स्पॉट 2: सुजाता चौक
टाइम: 2: 40 बजे दोपहर
सुजाता चौक पर भी हालात ठीक नहीं है। ट्रैफिक व्यवस्था संभल नहीं रही है। सिग्नल भी ठीक से काम नहीं कर रहा है। ट्रैफिक पुलिस मैन्युअल तरीके से ट्रैफिक संभाल रहे हैं। गोस्सनर कॉलेज में एग्जाम होने की वजह से स्टूडेंट्स को भी काफी परेशानी हो रही है। चौराहे पर भीड़-भाड़ के बीच झड़प और नोकझोंक भी हो रही है।

स्पॉट 3: अरगोड़ा चौक
टाइम: 4:20 बजे शाम
अरगोड़ा चौक के समीप सड़क की खुदाई कर दी गई है, जिससे और ज्यादा परेशानी हो रही है। चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल काम नहीं कर रहा है। मैन्यूअल ट्रैफिक संभालना पड़ रहा है। भीड़ ज्यादा होने से पुलिस कर्मियों को भी परेशानी हो रही है। पुलिस कर्मियों ने बताया कि चौराहों पर शाम के समय परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है।

ट्रैफिक सिग्नल हुआ यूजलेस
चौराहों पर लाखों रुपए खर्च करके ट्रैफिक सिग्नल लगवाए गए थे, लेकिन कुछ चौराहों को छोड़कर बाकी कहीं भी ये सिग्नल रेगुलर काम नहीं कर रहे हैं। लाइट कटते ही सिग्नल भी बंद हो जाते हैं, जबकि, बैकअप के लिए सिग्नल में बैट्री भी इंस्टॉल की गई है। लेकिन, यह बैट्री खराब हो चुकी है। ट्रैफिक एसपी के नहीं होने के कारण ऐसी परिस्थिति बन रही है। पुलिस कर्मी इसकी शिकायत भी कर नहीं पा रहे हैं।

नहीं कट रहे ऑनलाइन चालान
ट्रैफिक रूल वॉयोलेशन की निगरानी करने के लिए सिटी में जगह-जगह हाई डेंसिटी वाले कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन इन कैमरों का भी सही इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। इनकीमदद से ऑनलाइन चालान ही नहीं कट रहा है। क्योंकि ट्रैफिक सिग्नल ही खराब पड़े है, जिससे चालान जेनरेट नहीं हो पा रहा है। हालांकि रेडियम रोड के समीप चालान कट रहा है। पुलिस मैन्यूअल चालान काट रही है। लेकिन मैन्यूअल में सिर्फ बगैर हेलमेट, ट्रीपल राइड और रांग साइड ड्राइविंग पर ही फाइन किया जा रहा है। रेड लाइट जंप करने पर लोग फाइन से बच जा रहे हैं।

Posted By: Inextlive