रांची रेल मंडल के हटिया यार्ड में रेल दुर्घटना बचाव कार्य को लेकर मॉक ड्रिल किया गया. मंडल रेल प्रबंधक समेत तमाम वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में बचाव कार्य का किया अभ्यास.


रांची(ब्यूरो)। रांची रेल मंडल के हटिया यार्ड में दोपहर 3 बजे उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब ट्रेन संख्या 08021 रांची-दुर्ग स्पेशल दुर्घटनाग्रस्त हो गई। ट्रेन के कई डिब्बे खिलौनों की तरह इधर-उधर बिखर गए। इस हादसे में कई लोग घायल हो गए। इस दौरान करीब 25 लोग डिब्बों के बीच फंस गए, जिन्हें डिब्बों को कटर से काटकर बाहर निकाला गया। वहीं गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल भिजवाया गया। हालत को देखते हुए 140 टन क्रेन, ड्रोन कैमरा, वीडियो कैमरा, स्टील फोटोग्राफी, वाईफाई, फैक्स आदि सभी संसाधन घटनास्थल पर उपलब्ध करवाए गए। हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए। इस दौरान नियमित चलने वाली रेल गाडिय़ों में किसी तरह का कोई व्यवधान नहीं हुआ। सभी विभागों तथा अन्य संगठनों ने सफलता पूर्वक अपनी अपनी भूमिका एवं कर्तव्य का निर्वाह किया। चौंकिए मत यह कोई हादसा नहीं बल्कि रेल दुर्घटना बचाव कार्य का मॉकड्रिल था।
हूटर बजते ही रवाना हुई टीम


राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धक की टीम, राज्य सरकार की आपदा प्रबंधन टीम, पुलिस विभाग, अग्निशमन, डॉक्टर, एंबुलेंस, स्काउट एंड गाइड के सदस्य, रेल सुरक्षा बल आदि सभी विभागों के कर्मचारी अपने-अपने उपकरणों के साथ हूटर बजते ही दुर्घटना स्थल की ओर रवाना हो गए। रेल दुर्घटना बचाव कार्य में विशेष रूप से राष्ट्रीय आपदा मोचन टीम, राज्य सरकार की आपदा प्रबंधन टीम, पुलिस विभाग, अग्निशमन विभाग, विभिन्न अस्पतालों के एंबुलेंस, स्काउट एवं गाइड के सदस्य ने विशेष रूप से राहत कार्य किया, जिससे रेल प्रशासन को अपना कार्य सुचारू रूप से जल्द से जल्द करने में सहायता हुई। रेलवे और एनडीआरएफ़ की टीम के साथ संयुक्त अभ्यास किया गया। इसमें रांची मण्डल के मण्डल रेल प्रबन्धक प्रदीप गुप्ता के नेतृत्व में सभी विभागों के प्रमुख ने हिस्सा लिया। अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (परिचालन) एमएम पंडित और अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (इन्फ्रा) सतीश कुमार भी पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए थे।बचाव कार्य में दिखी तत्परता

इस संयुक्त अभ्यास का मुख्य उदेश्य प्रभावित यात्रियों को यथाशीघ्र सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध कराना, किसी दुर्घटना के वक्त सभी विभागों में समन्वय की जांच करना। यदि उनमें कोई कमी है तो उसकी पहचान कर उसे ठीक करना। तथा सुनिश्चित समय में तत्परता से कार्य किए गए या नहीं, यह देखना था। स्थानीय निकायों व दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्यालय को इसकी सूचना दी गई थी। दुर्घटना राहत कार्य में वरिष्ठ मंडल यातायात प्रबंधक आदित्य कुमार चौधरी, वरिष्ठ मंडल अभियंता (समन्वय ) अमित कंचन, वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार अभियंता एस उरांव, वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (सामान्य) कुलदीप कुमार, मंडल संरक्षा अधिकारी कवीन्द्र चौधरी, कोचिंग डिपो अधिकारी राजीव रसिक, मंडल वाणिज्य प्रबन्धक अर्जुन मजूमदार, मंडल वाणिज्य प्रबन्धक डॉ देवराज बनर्जी एवं सभी विभागों के कर्मचारियों की टीमों ने दुर्घटना स्थल पर बहुत अच्छी तरह से राहत एवं बचाव के कार्य किए हैं। एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व, सहायक कमांडेंट एनडीआरएफ विनय कुमार, टीम कमांडर एनडीआरएफ इंस्पेक्टर फिरोज अहमद, इंस्पेक्टर एनडीआरएफ केके कनक, इंस्पेक्टर एनडीआरएफ बिरेन्द्र राठौड़ ने किया।

Posted By: Inextlive