-- अपने मरीज के लिए कोलकाता से मंगवाए रेमडेसिविर

--जरूरत नहीं पड़ी तो निकले थे बेचने, धरे गए

6 रेमडेसिविर इंजेक्शन मिला हिरासत में लिए गए दो लोगों से

96 हजार में इन्होंने मंगवाये थे छह इंजेक्शन

75 हजार में कर रहे थे एक की बिक्री

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की सूचना पर रांची पुलिस ने छापेमारी कर दो को हिरासत में लिया है। जबकि उनके पास से छह इंजेक्शन बरामद किया गया है। हालांकि पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ में मामला किसी संगठित गिरोह द्वारा कालाबाजारी का नहीं निकला। बल्कि संदिग्धों ने अपने ही मरीज के लिए कोलकाता से इंजेक्शन मंगवाया था। लेकिन इसकी जरूरत नहीं पड़ने पर उसे बेचने निकले थे। पकड़े गए संदिग्ध निर्धारित मूल्य से ऊंची कीमत पर इसकी बिक्री की फिराक में थे। फिलहाल पुलिस मामले में पूछताछ कर रही है।

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भाई हैं दोनों

पकड़े गए संदिग्धों में जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के हवाई नगर निवासी अभिषेक कुमार और गुलशन कुमार हैं। दोनों रिश्ते में भाई हैं। दरअसल, अभिषेक के मामा कोरोना संक्रमित हैं। नामकुम के द्वारिका अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। अस्पताल की ओर से हर हाल में इंजेक्शन देने की बात कही गई थी। इस पर अभिषेक ने 96 हजार ऑनलाइन पेमेंट कर कोलकाता से इंजेक्शन मंगवाया। जब तक अभिषेक द्वारा मंगवाया गया रेमडेसिविर इंजेक्शन उसके पास पहुंचा। तब तक उसके मामा को अस्पताल के द्वारा ही इंजेक्शन लगाया जा चुका था। ऐसे में उसका इंजेक्शन बच गया। वह सोशल मीडिया पर जरूरतमंदों को देखकर बेचने निकल गया। धुर्वा के ही रंजन नाम के एक युवक से 75 हजार में सभी छह इंजेक्शन बेचने की बात हुई थी। बातचीत के बाद खरीदार युवक ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस की एक विशेष टीम सादे लिबास में मौके पर पहुंची और इंजेक्शन बेचने पहुंचे अभिषेक और गुलशन को हिरासत में ले लिया। उसकी कार (जेएच-01एएल-1326) भी जब्त कर ली गई। महामारी के दौर में निर्धारित मूल्य से ऊंची कीमत पर बेचने की वजह से कालाबाजारी में एफआइआर दर्ज करने की तैयारी चल रही है।

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ऐसे किया गया ट्रैप

खरीदार युवक ने अभिषेक से फोन पर बातचीत के बाद उसे पहले मेन रोड बुलाया। बाद में दूसरे नंबर से कॉल कर उसे बिरसा चौक के समीप स्थित एक होटल के पास बुलाया। अभिषेक इंजेक्शन बेचने के लिए बिरसा चौक पहुंच गया। इस बीच वहां पहले से पुलिस की टीम सादे लिबास में मौजूद थी। जैसे अभिषेक वहां पहुंचा खरीदार ने पुलिस को इशारा कर उसकी ओर भेजा। इस बीच सुखदेव नगर थाने के इंस्पेक्टर ममता कुमारी ने अभिषेक और उसके साथ मौजूद गुलशन को खदेड़ कर दबोच लिया। इसके बाद दोनों को जगन्नाथपुर थाने ले गई। कालाबाजारी की सूचना पर पहुंची टीम को कोतवाली एएसपी मुकेश कुमार लुनायत लीड कर रहे थे।

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ऑडियो पहुंची थी पुलिस के पास

इंजेक्शन बेचने को लेकर अभिषेक की बातचीत हरमू निवासी सोनू नाम के युवक से हुई। सोनू ने फिर धुर्वा निवासी रंजन से अभिषेक की बात कराई। रंजन की बातचीत के बाद अभिषेक से फोन पर ही छह रेमडेसिविर इंजेक्शन 75 हजार रुपये में बेचने की डील हुई। इस बातचीत की ऑडियो पुलिस के पास पहुंच गई थी।

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इंजेक्शन कैसे अभिषेक तक पहुंचा या पता लगा रही पुलिस : रेमडेसिविर इंजेक्शन की 6 वाइल अभिषेक तक कैसे पहुंचा, पुलिस इसका पता लगा रही है। पुलिस यह देख रही है कि इंजेक्शन कि कहीं कालाबाजारी करते हुए उस तक तो नहीं पहुंचाया गया। कोलकाता से किस परिस्थिति में उसे भेजा गया है या किसी गिरोह का यह काम तो नहीं। अलग-अलग पहलुओं पर पुलिस जांच में जुट गई है। क्योंकि यह इंजेक्शन सरकार अपने कंट्रोल में मरीजों तक पहुंचा रही है।

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मामला किसी संगठित गिरोह द्वारा कालाबाजारी का नहीं लग रहा है। अपने ही परिजन के लिए मंगाए गए इंजेक्शन को बेचने की कोशिश की जा रही थी। हालांकि यह इंजेक्शन पकड़े गए आरोपित के पास कैसे पहुंची। इसका पता लगाया जा रहा है। पूरी जांच के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा।

मुकेश कुमार लुनायत, एएसपी कोतवाली।

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Posted By: Inextlive