RANCHI: रेलवे की लापरवाही के कारण हटिया-हावड़ा एक्सप्रेस दो घंटे तक स्टेशन पर खड़ी रही। एसी कोच अटेंडेंट की गैरमौजूदगी की वजह से किसी भी कोच में कोच अटेंडेंट द्वारा बेडरोल का उठाव नहीं किया जा रहा था। इस अव्यवस्था के कारण यात्रियों को काफी परेशानी हुई। रविवार की देर रात तक यात्रियों को स्टेशन पर ट्रेन परिचालन का इंतजार करना पड़ा। इसे लेकर यात्री मौके पर मौजूद पदाधिकारियों के संग अपनी नाराजगी दर्ज कराने लगे। इस अव्यवस्था से हंगामे की स्थिति उत्पन्न कर दी। अंतत: यात्रियों को समझा-बुझाकर ट्रेन रात 10.45 बजे खुली। मामला दक्षिण पूर्व रेलवे के जीएम तक पहुंचा, तो मंडल में सक्रियता बढ़ी।

सात के बजाय सिर्फ दो अटेंडेंट

हटिया हावड़ा ट्रेन से सात एसी कोच अटेंडेंट को जाना था। लेकिन दो ही अटेंडट ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। शेष कोच में अटेंडेंट नहीं होने से दोन्र ने बेडरोल का उठाव करने से इनकार कर दिया। जबकि यह सभी अटेंडेंट रेलवे के कर्मी थे, न कि ठेकेदार के कर्मी थे।

डीआरएम ने लगाई फटकार

डीआरएम वीके गुप्ता ने इस लापरवाही के कारण संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को फटकार लगाई और संबंधित पदाधिकारियों को चेतावनी देते हुए सुधार लाने का निर्देश दिया है। इस संबंध में उन्होंने सीनियर डीइइ जी जैनेंद्र कुमार पर नाराजगी भी जाहिर की।

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अव्यवस्था के बीच ट्रेनें खुल रहीं देर से

रेलवे की इस लापरवाही के कारण पिछले कुछ दिनों से कई ट्रेनें विलंब से खुल रही थीं। इसकी जानकारी होने के बावजूद पदाधिकारी अनदेखी कर रहे थे। विलंब से खुलने वाली ट्रेनों में हटिया एर्नाकुलम एक्सप्रेस, स्वर्णजयंती एक्सप्रेस, रांची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस और हटिया हावड़ा एक्सप्रेस शामिल है।

अटेंडेंट हैं नहीं, चोरी हो रहे बेडरोल

कोच अटेंडेंट के अभाव में पिछले कई दिनों से बेडरोल की चोरी हो रही थी। इसकी जानकारी रेलवे को होने के बावजूद कोई सतर्कता नहीं बरती गई।

वर्जन

यह बात सही है कि ट्रेन दो घंटे विलंब से स्टेशन से खुली है। इस मामले को रेलवे ने गंभीरता से लिया है और संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को चेतावनी दी गई है, ताकि दोबारा ऐसी गलती न हो।

-वीके गुप्ता, डीआरएम, रांची रेल मंडल

Posted By: Inextlive