-60 प्लस को वैक्सीन की फ‌र्स्ट डोज, एक्साइटेड दिखे सीनियर सिटीजंस

-सोशल डिस्टेंसिंग फेल, बेतरतीब लाइन से परेशानी

-घंटों तक लाइन में करते रहे इंतजार

-अव्यवस्था से परेशान रहे सीनियर सिटीजंस

-30 की उम्र वाले भी पहुंच गए वैक्सीनेशन के लिए

-बीमारी से ग्रस्त लोगों ने पहले लगवाया टीका

हारेगा कोरोना, जीतेंगे हम कुछ इसी एक्साइटमेंट के साथ सिटी के सीनियर सिटीजंस सोमवार को वैक्सीनेशन सेंटर पर नजर आए। कोई विक्टरी साइन दिखा रहे थे तो कोई कोई कोरोना उत्साह से लबरेज थे। उनका कहना था कि वैक्सीनेशन के बाद अब कोरोना दूर-दूर तक नजर नहीं आएगा और हमलोग इस महामारी पर जीत हासिल कर लेंगे। सिटी सदर हॉस्पिटल के अलावा अन्य हॉस्पिटल्स में भी 60 प्लस वालों का वैक्सीनेशन सोमवार को शुरू किया गया, जहां पहली डोज लगाने के लिए सुबह से ही सीनियर सिटीजंस की लाइन लगी थी। कुछ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन वाले थे तो कुछ आईकार्ड लेकर टीका लगाने के लिए पहुंच गए थे। लेकिन वैक्सीनेशन सेंटर पर सीनियर सिटीजंस के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। ऐसे में एक ही जगह फ‌र्स्ट डोज, सेकेंड और सीनियर सिटीजंस टीका लगाने के लिए लाइन में अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इतना ही नहीं कई बुजुर्ग तो थककर बैठ भी गए।

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ऐसे में क्यों ने फैले कोरोना

कोरोना से बचाव को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जरूरी है, लेकिन वैक्सीनेशन सेंटर में सोशल डिस्टेंसिंग का तो नामोनिशान नहीं दिखा। वहीं मॉनिटरिंग करने वाले अधिकारियों ने भी आंखें मूंद रखी थी। सीनियर सिटीजन से लेकर वैक्सीन लगवाने के लिए आए हेल्थ वर्कर्स भी एक ही लाइन में सटकर में खड़े थे, जिससे कि न चाहते हुए भी वे कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। इससे समझा जा सकता है कि ऐसे में कोरोना फैल जाए तो कोई चौंकने वाली बात नहीं होगी।

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30-40 वाले भी पहुंच गए

आम आदमी के लिए वैक्सीन की सूचना सुनकर टीका लगवाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। बस आई कार्ड उठाया और रजिस्ट्रेशन कराने के लिए पहुंच गए। जब भीड़ ज्यादा बढ़ने लगी तो सेंटर के नोडल आफिसर डॉ विमलेश सिंह ने लाइन में लगे लोगों से इस बारे में पूछा, जहां महिलाओं ने बताया कि वे भी टीका लगाने आई हैं। वहीं जब उनकी उम्र पूछी गई तो किसी ने 30 तो किसी ने 35 अपनी उम्र बताई। काफी देर तक उन्होंने अधिकारी के साथ बहस भी की। उन्होंने बताया कि 45-59 वाले वैसे लोगों को टीका लगाया जाना है जिन्हें कोई गंभीर बीमारी है और उन्हें सेंटर से लौटा दिया गया।

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ऑनलाइन के बाद भी घंटों इंतजार

टीका लगाने के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन कोविन पोर्टल पर शुरू है। इसके अलावा ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की भी फैसिलिटी वैक्सीनेशन सेंटर पर दी गई है, लेकिन सभी के लिए अलग-अलग व्यवस्था सेंटर पर नहीं की गई है। वहीं ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी लोग घंटों तक लाइन में अपनी बारी का इंतजार करते रहे। चूंकि सीनियर सिटीजंस के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।

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सोशल डिस्टेंसिंग फेल

लाइन में काफी देर से खड़े हैं। हमलोगों के लिए कोई अलग इंतजाम नहीं किया गया है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी यही करना था तो इससे अच्छा हम घर में थे। वैक्सीनेशन को लेकर कोई इंतजाम नहीं है। सोशल डिस्टेंसिंग तो दूर-दूर तक नहीं है।

तापस कुमार विश्वास

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यहां तो कोई सिस्टम ही नहीं

हमलोग काफी देर से लाइन में लगे है। फिर भी हमारा नंबर नहीं आ रहा है। साइड से आने वाले लोग आसानी से टीका लगवा रहे हैं। आखिर कोई सिस्टम होता है। यहां पर तो सभी एक दूसरे से सटकर खड़े है। जिन्हें कोरोना न भी हो तो ऐसे में हो जाएगा।

वत्सला

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यहां-वहां दौड़ाया जा रहा

काफी देर तक यहां से वहां दौड़ाया जा रहा है। कहीं एक जगह पर बैठने का भी इंतजाम नहीं है तो टीका कैसे लगवाएंगे। काफी देर दौड़ने का बाद टीका लगाने का नंबर आया। इसके लिए प्रबंधन को इंतजाम करना होगा।

रीता नाथ

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टीका लगाकर हुआ फील गुड

टीका लगाने आया तो भीड़ काफी थी। थोड़ी बहुत कोई परेशानी हुई। इसके बाद टीका लग गया। आधा घंटा रुकने के लिए कहा गया ताकि कोई परेशानी न हो। अब मैं पूरी तरह से फिट हूं और लोगों से भी टीका लगाने की अपील करता हूं। इसमें किसी तरह का नुकसान नहीं है।

कृष्णा प्रसाद

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कोई भी पॉजिटिव रहा तो परेशानी

टीका लगाने के लिए पहुंचे तो थोड़ी परेशानी हुई। प्रॉपर इंतजाम और सोशल डिस्टेंसिंग नहीं होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ा। टीका लगाने के बाद कोई परेशानी नहीं हुई है। आगे भी उम्मीद है कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। किसी एक को भी कोरोना निकला तो परेशानी होगी।

अंजुला बनर्जी

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टीका जरूर लगवाएं

टीका लगाने के लिए पहुंचा तो भीड़ लगी थी। थोड़ी बहुत परेशानी के बाद टीका तो लग गया। टीका लगाने के बाद कुछ फील नहीं हुआ। लोगों से यही अपील है कि टीका लगवाएं। इसमें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है। बाकी सबकुछ ऊपरवाले पर छोड़ दें।

राजेंद्र प्रसाद

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Posted By: Inextlive