आश्वासन मिलने के बाद दुकानदारों ने खत्म की हड़ताल. नगर निगम से बरती जा रही अनियमितताओं का हो रहा विरोध. स्पेश घटाकर आधा करने से भी नाराज हैं दुकानदार. तीन दिन से हड़ताल कर रहे दुकानदारों को मिला विधायक का साथ.


रांची(ब्यूरो)। राजधानी का सबसे बड़ा नागा बाबा खटाल वेजिटेबल बीते तीन दिनों से बंद है। सब्जी विक्रेता दुकान की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। हालांकि, विधायक सीपी सिंह के आश्वासन के बाद दुकानदारों ने रविवार देर शाम हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी। लेकिन मांग पूरी नहीं होने पर फिर से हड़ताल की चेतावनी भी दे डाली है। दरअसल, नागा बाबा खटाल के सब्जी दुकानदारों के लिए बगल में वेजिटेबल मार्केट बनाया गया है। मार्केट के उद्घाटन हुए एक महीने से ज्यादा समय हो चुका है। लेकिन अब तक यहां दुकानदारों को बसाया नहीं गया है। दुकानदार बार-बार दुकान की मांग कर रहे हैं। नगर निगम की ओर से दुकान आवंटन करने की प्रक्रिया तो शुरू की गई, लेकिन दुकानदार निगम की आवंटन प्रक्रिया से संतुष्ट नहीं हैं। इनका कहना है कि पहले जितने स्थान पर एक दुकानदार को बसाया जाना था, उतने स्थान पर अब नगर निगम दो दुकानदारों को बसाने की बात कर रहा है। इस कारण दुकानदार हड़ताल पर चले गए हैं। तीन दिन से नागा बाबा खटाल सब्जी मार्केट में एक भी दुकान नहीं लग रही है। दुकानदारों ने बताया कि इस बारे में नगर आयुक्त से बातचीत हुई है। लेकिन अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई। जब तक निर्णय बदला नहीं जाएगा तब तक हड़ताल जारी रहेगी। क्या है दुकानदारों की मांगें
सब्जी मार्केट में दुकान लगाने वाले दुकानदार ने बताया कि वेजिटेबल मार्केट के निर्माण से पहले ही नगर निगम की ओर से कहा गया था कि साल 2016 में हुए सर्वे के आधार पर ही दुकानदारों को स्थान उपलब्ध कराया जाएगा। वेजिटेबल मार्केट उद्घाटन के वक्त भी इसी वादे को दोहराया गया, जिससे सभी दुकानदार भी संतुष्ट थे। लेकिन नगर निगम खुद ही इसका पालन नहीं कर रहा है। निगम 2016 की सर्वे लिस्ट के आधार पर दुकानों का आवंटन नहीं कर रहा है। नगर निगम फिर से सर्वे करा रहा है। 2016 में मिली पर्ची के बावजूद नगर निगम की लिस्ट में नाम नहीं होने से दुकान आवंटन नहीं हो रहा है। वहीं, फिर से सर्वे में नए दुकानदारों को शामिल किया जा रहा है, जबकि पहले से दुकान लगा रहे दुकानदार इससे वंचित रह जा रहे हैं। दुकानदारों ने लिस्ट में नाम शामिल करने के लिए पैसे की लेन-देन का भी आरोप लगाया है। बताया कि मार्केट में बाहरी लोगों को भी दुकान दी जा रही है, जो नागा बाबा खटाल सब्जी मार्केट में दुकान नहीं लगाते हैं उन्हें भी यहां स्थान देने की बात हो रही है। पहले खटाल के दुकानदारों को स्थान दिया जाए। यहां के सभी दुकानदारों को बसाने के बाद ही बाहर के दुकानदारों को बसाने पर विचार हो। आधा कर दिया स्पेश


सब्जी विक्रेताओं की हड़ताल की एक और बड़ी वजह स्थान का छोटा होना है। एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि वेजिटेबल मार्केट में दुकानदारों को बसाने के लिए 24 स्क्वायर फीट जगह देने का वादा किया गया था, जिसे घटाकर अब सिर्फ 12 स्क्वायर फीट कर दिया गया है। इतनी छोटी जगह पर न तो दुकान लग पाएगी और न ही सामान रख पाएंगे। इसके अलावा ग्राहक को परेशानी होगी, सो अलग। नगर निगम ने 2016 में जो स्लिप दी थी, उसे नगर निगम खुद ही आज फर्जी बता रहा है। जबकि इसी स्लिप के आधार पर दुकानदारों को लोन भी दिया गया है। लेकिन आज इसे अवैध बताया जा रहा है। दुकानदारों ने कहा कि नगर निगम कर्मचारी ने ही सर्वे किया था और पर्ची भी उन्होंने ही दी थी। कुछ दिनों पहले तक यह स्लिप वैध थी, लेकिन अब यह फर्जी हो गई है, और नगर निगम के डेटा से भी सारी डिटेल खत्म हो गई है। नगर निगम दुकानदारों को धोखा दे रहा है। सब्जी विक्रेता यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। विधायक के आश्वासन के बाद दुकानदारों ने खत्म की हड़ताल नागा बाबा खटाल सब्जी मार्केट में टाउन वेंडिंग कमिटी को दरकिनार कर गैरकाूननी तरीके से किए जा रहे पुनर्वासन के विरोध में तीन दिनों से चल रहे धरना प्रदर्शन के तीसरे दिन विधायक सीपी सिंह दुकानदारों से मिलने पहुंचे, जिनके आश्वासन के बाद दुकानदारों ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी। उन्होंने दुकानदारों को आश्वस्त करते हुए कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से अधिकारियों से वार्ता कर निगम द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं को सुधारने का प्रयास करेंगे। वहीं फुटपाथ दुकानदारों के नेता शक्तिमान घोष ने भी नगर निगम को नियम के अनुसार ही दुकानदारों को स्थान उपलब्ध कराने की मांग की है। शक्तिमान घोष ने कहा कि गरीब दुकानदारों के पास जीविकोपार्जन के लिए यही एक सहारा है। यदि यह भी छीन लिया जाएगा, तो दुकानदार क्या करेंगे।

Posted By: Inextlive