रांची: राजधानी में बड़े-बड़े अपार्टमेंट बन गए। बिल्डर्स ने वहां बोरिंग भी करा दी। लेकिन कई अपार्टमेंट में बोरिंग और सप्लाई रहने के बावजूद पानी की समस्या हो रही है। इससे निपटने के लिए लोग पानी का टैंकर तो मना रहे हैं पर पानी स्टोर करने और उसे टैंकर तक चढ़ाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। कभी लाइन तो कभी मोटर जवाब दे जाते हैं। इस चक्कर में पानी के लिए हर दिन जंग लड़ने जैसा हो गया है।

अल्टरनेट व्यवस्था भी परेशानी

पानी का लेवल तो पहले से ही नहीं है। जिस तरह से अल्टरनेट व्यवस्था की गई है वो भी पर्याप्त नहीं है। चूंकि पानी आता है तो उसे चढ़ाने के लिए आप्शन ढूंढना पड़ता है। कई बार तो टैंकर को भी घंटों रोकना पड़ता है कि जब मोटर चालू हो तो पानी टैंकर में चढ़ाया जाए।

संप बना स्टोर कर रहे पानी

पानी की लगातार समस्या को देखते हुए कुछ आपार्टमेंट वालों ने कैंपस में ही संप का निर्माण करा लिया है। जिसमें वे सप्लाई और टैंकर का पानी स्टोर करते हैं। इसके बाद मोटर की मदद से उसे मेन टंकी में चढ़ा दिया जाता है। जिससे कि पानी के स्टोरेज की समस्या तो लोगों ने खत्म कर ली है।

क्या कहते हैं लोग

हमलोगों ने पानी की समस्या को देखते हुए संप बना लिया है, जिसमें सप्लाई का पानी स्टोर करते हैं। इसके अलावा टैंकर से पानी मंगवाकर उसी में डाल देते हैं। इसके बाद एक ही जगह से पूरे अपार्टमेंट में सप्लाई कर दी जाती है। अब हर फ्लैट में पानी तो पहुंचा नहीं सकते।

पप्पू गुप्ता

पानी की दिक्कत अपार्टमेंट में तो है। इसे लेकर अल्टरनेट प्लान तो रखना चाहिए। पानी की सप्लाई रेगुलर तो नहीं आती। टैंकर से पानी चढ़ाने के लिए एक्स्ट्रा मोटर की भी व्यवस्था करके रखनी होगी। इसके अलावा पानी की समस्या से निपटने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग भी कराना होगा।

यश सिंह तोमर

आए दिन पानी की समस्या होती है। इसके लिए टैंकर तो आसानी से मिल जाता है। लेकिन पानी चढ़ाना एक बड़ी मुसीबत है। अलग मोटर लगाकर पानी को चढ़ाना पड़ता है। रेगुलर पानी की सप्लाई आए तो इस तरह की समस्या नहीं होगी। संप है तो थोड़ी राहत है नहीं तो अपार्टमेंट छोड़ने की नौबत आ जाएगी।

संजय सिंह

Posted By: Inextlive