RANCHI: राजधानी में पानी की सप्लाई सिटी के तीनों डैम से होती है। लेकिन बड़ी आबादी को कवर रूक्का और हटिया डैम से ही किया जाता है। वहीं कांके डैम से केवल कांके रोड में रिनपास, सीआईपी, बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी तक पानी की सप्लाई की जाती है। फिर भी एक बड़ी आबादी सप्लाई पानी के सहारे है। लेकिन यह डैम भी कुछ दिनों से गाद और गंदगी से भर गया है। हालांकि कुछ दिनों पहले इसकी सफाई कराने की योजना बनाई गई थी। लेकिन इसबार हुई बारिश से डैम में फिलहाल 23.9 फीट पानी है। अगर इस बार गर्मी ज्यादा पड़ती है तो कांके डैम से सप्लाई होने वाले इलाकों में भी पानी की समस्या हो सकती है।

एन्क्रोचमेंट से घटा डैम का साइज

कांके डैम रांची के सबसे पुराने डैम में से एक है। समय के साथ इस डैम की कैपासिटी कम होती गई। वहीं आसपास में भी लोगों ने एन्क्रोचमेंट कर लिया। इस वजह से डैम छोटा हो गया और गंदगी भी बढ़ गई। डैम का पानी गंदा व प्रदूषित हो गया है। कई जगहों पर पानी का रंग हरा व काला है और इससे दुर्गध आती रहती है। इस वजह से कई बार लोगों के घरों में गंदे पानी की सप्लाई की भी शिकायतें मिलती हैं।

पानी पिछले साल से ठीक

डैम निर्माण के बाद से लेकर अब तक इसकी साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया गया। गंदे पानी को फिल्टर करनेवाला एसटीपी भी बंद पड़ा है। हालांकि, डैम में इसबार पानी की स्थिति अच्छी है। लेकिन नए इलाकों में पानी की सप्लाई शुरू होने से यह ठीक होने के बाद भी कम पड़ सकता है। चूंकि डैम में नीचे गाद जमा है और इस वजह से पानी की सप्लाई एक लिमिट तक की जा सकती है।

2128.5 फीट है डैम की कैपासिटी

कांके डैम की कैपासिटी का मैक्सीमम लेवल 2128.5 फीट है। इसके बाद डैम का फाटक खोला जाता है। 2019 में बारिश में दो बार फाटक खोला गया था। चूंकि वाटर लेवल काफी बढ़ गया था। इस बार डैम में काम भर पानी है। जिससे गर्मी में पानी की सप्लाई तो होगी। लेकिन ज्यादा गर्मी पड़ने की स्थिति में राशनिंग की जा सकती है।

अब भी डैम में नालियों का पानी

रातू रोड और कांके रोड के घरों से निकलने वाले नालियों का गंदा पानी कांके डैम में जा रहा है। पाइपलाइन के माध्यम से नालियों का गंदा जल डैम में जाने से रोकने की योजना बनाई गई थी। वहीं इसके लिए डैम के फाटक के नीचे हथिया गोंदा में एसटीपी का निर्माण कराया गया था। एसटीपी को जोड़ा भी गया। लेकिन कुछ दिनों बाद ही यह ठप हो गया।

Posted By: Inextlive