अर्बन हेल्थ वेलनेस सेंटर के लिए नगर निगम को नहीं मिल रही बिल्डिंग. 53 वार्ड के लिए नगर निगम ने मांगा प्रस्ताव एक भी नहीं आया.


रांची (ब्यूरो)। रांची नगर निगम क्षेत्र में लोगों को पास में ही स्वास्थ्य सुविधा मिले, इसे देखते हुए अर्बन हेल्थ वेलनेस सेंटर बनाने का निर्णय लिया गया है। लेकिन अबतक एक भी वेलनेस सेंटर नगर निगम बनवा नहीं सका है। बनवाना तो दूर अबतक इसके लिए जगह तक चिन्हित नहीं हुए हैं। दरअसल, निगम के पास खुद की बिल्डिंग नहीं है, जहां वह सेंटर संचालित कर सके। इसे देखते हुए नगर निगम ने आम लोगों से भवन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव मांगा था। लेकिन एक भी व्यक्ति की ओर से निगम को ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला, जिस कारण इस योजना में लेटलतीफी हो रही है। बीते तीन महीने से हेल्थ वेलनेस सेंटर सिर्फ कागजों पर ही बन रहा है। अबतक लोगों को न तो इसका लाभ मिलना शुरू हुआ है और न ही उस उद्देश्य की पूर्ति हो रही है, जिस उद्देश्य के लिए यह योजना लाई गई थी।
अब संशोधन की तैयारी


बीते तीन महीने से नगर निगम वेलनेस सेंटर खोलने की कवायद कर रहा है। लेकिन इसके लिए निगम को जगह नहीं मिल रही है। नगर निगम ने किराए पर भवन लेकर भी इसे खोलने की तैयारी की, लेकिन इसमें भी वह असफल रहा। अब दोबारा निगम की ओर से प्रस्ताव मांगा गया है, ताकि किराए के भवन लेकर सेंटर खोले जा सकें। सेंटर खोलने के लिए निगम अब प्रस्ताव में संशोधन कर फिर से इसे निकालने की तैयारी में है। संशोधित प्रस्ताव के अनुसार नगर निगम द्वारा तय किए गए मापदंड में शहरी क्षेत्र में एक हजार वर्गफीट से अधिक कारपेट एरिया वाले पक्के भवन, जिसमें एक कार और कम से कम पांच टू व्हीलर लगाने की जगह हो, भवन तक जाने वाले रास्ते की चौड़ाई कम से कम 15 फीट हो ऐसे भवन मालिक अपने मकान को किराए पर देने के लिए प्रस्ताव दे सकते हैं। फस्र्ट फेज में 25 सेंटर हेल्थ डिपार्टमेंट और म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन की ओर से हेल्थ वेलनेस सेंटर संचालित किए जाने की योजना है। 15वें वित्त आयोग के फंड से यह सेंटर ऑपरेट किया जाएगा। पहले फेज में 25 सेंटर खोले जाएंगे। इसके लिए दिसबंर महीने की ही डेडलाइन तय की गई थी। लेकिन अब नगर निगम अगले दो से तीन महीने में सेंटर ओपन करने का दावा कर रहा है। एक सेंटर पर 25 लाख रुपए का बजट रखा गया है। सेंटर की सबसे खास बात होगी कि यहां योग की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। सभी मेडिकल फैसिलिटीज मिलेंगी

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में आने वाले मरीजों को जांच के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं होगी। अस्पताल में ही तमाम तरह की जांच की व्यवस्था होगी। रिपोर्ट के आधार पर उन्हें मुफ्त में दवाइयां भी दी जाएंगी। पब्लिक हेल्थ ऑफिसर डॉ किरण ने कहा कि सभी मरीज रिम्स या सदर अस्पताल नहीं जा सकते हैं। घर के पास ही अस्पताल होगा तो उन्हें सुविधा होगी। यहां आने के बाद मरीजों को कहीं भटकने की जरूरत नहीं होगी। जांच के आधार पर बीमारी को चिह्नित कर इलाज किया जाएगा। सप्ताह में सभी दिन एक जेनरल फिजिशियन बैठेंगे। वहीं, दो दिन गायनेकोलॉजिस्ट भी बैठेंगे।

अगले दो-तीन महीने में कम से कम 25 सेंटर खुल जाएंगे। कुछ वार्डों में जगह मिल गई है, सेंटर खोलने की प्रक्रिया चल रही है। -रजनीश कुमार, डीएमसी, आरएमसी

Posted By: Inextlive