RANCHI: ट्रेन में टिकट लेकर सफर करने को लेकर लोगों को हमेशा जागरूक किया जाता है। साथ ही बताया जाता है कि बिना टिकट यात्रा करना दण्डनीय अपराध है। इसके बावजूद राजधानी में ट्रेन से आने वाले पैसेंजर्स बिना टिकट के ही सफर कर रहे हैं। इतना ही नहीं, फाइन से बचने के लिए ये लोग चोर रास्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं, ताकि न टीटीई की नजर पड़े और न आरपीएफ वाले ही इन तक पहुंच पाएं। इस वजह से टिकट वाले पैसेंजर्स को सफर में परेशानी झेलनी पड़ रही है।

मेन गेट से निकलने में दिक्कत

रांची रेलवे स्टेशन को मॉडल स्टेशन के रूप में डेवलप किया जा रहा है। ऐसे में स्टेशन से निकलने वाले सभी गेट को बंद कर दिया गया है। एक गेट पांच नंबर प्लेटफार्म के बाद है। जबकि प्लेटफार्म नंबर एक पर दो गेट है। इन दोनों जगहों पर टीटीई काफी संख्या में तैनात रहते हैं। जिससे कि बिना टिकट वालों को निकलने में परेशानी होती है। ऐसे में वे लोग मेन गेट से नहीं जाते।

पटरियों पर जान जोखिम में

बिना टिकट वाले पैसेंजर्स फाइन भरने से बचना चाहते हैं। ऐसे में वे अपनी जान जोखिम में डालने से भी परहेज नहीं करते। ट्रेन की टाइम पर ही पटरियों के रास्ते से होते हुए वे निकल जाते हैं। वहीं कई लोग तो पार्सल ऑफिस के रास्ते से बाहर निकल रहे हैं। इस दौरान पार्सल स्टाफ को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

रांची डिवीजन में खूब धराए बेटिकट

हालांकि रेलवे स्टेशन पर टिकट चेकिंग अभियान चलाया जाता है। वहीं मेन गेट से बाहर निकलने वाले बिना टिकट वाले पैसेंजर्स को पकड़ा भी जाता है। इसके बदले में उनसे फाइन भी वसूलने का काम किया जाता है, जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छह महीने में ही रांची डिवीजन से 55,565 पैसेंजर्स बिना टिकट के पकड़े गए हैं। इनसे 3,40,67,757 लाख रुपए फाइन की वसूली रेलवे ने की है।

मेन गेट पर तो बिना टिकट वालों को फाइन लगाया जाता है। अगर पैसेंजर्स ने चोर रास्ता ढूंढ लिया है तो वहां पर ट्रेनों की टाइम पर आरपीएफ को तैनात किया जाएगा। जिससे कि ऐसे पैसेंजर्स पर रोक लगाई जा सकेगी। वहीं उन पैसेंजर्स को दिक्कत नहीं होगी जो लोग टिकट लेकर यात्रा करते हैं।

सुहास लोहकरे, एसपीआरओ, रांची रेल डिवीजन

Posted By: Inextlive