RANCHI: जरा सी चूक और किस्सा खत्म। जी हां, राजधानी रांची और आसपास के रेलवे ट्रैक पर जल्दबाजी और लापरवाही लोगों की जान ले रही है। ताजा मामला रांची के मुरी स्टेशन का है, जहां बुधवार को एक महिला का शव बरामद हुआ। बताया जा रहा है कि वह महिला रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान ही ट्रेन की चपेट में आ गई और अपनी जान गंवा बैठी। हालांकि, रांची में यह पहला मामला नहीं है, इसी महीने महज 16 दिनों के भीतर ऐसी चार घटनाओं में लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इसके बावजूद लोग अपनी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं। जल्दबाजी लोगों की जिंदगी पर महंगी पड़ रही है। हद तो तब हो जाती है कि रेलवे द्वारा अवेयरनेस ड्राइव चलाए जाने के बावजूद ऐसी घटनाओं में कमी आने का नाम नहीं ले रही है।

ट्रेन पर चढ़ने-उतरने में लापरवाही

रेलवे ट्रैक पर सिर्फ मार्च महीने में चार लोगों ने अपनी जान गंवा दी। इसके अलावा रांची के आसपास से भी कई ऐसी घटनाएं सामने आईं, जिसमें रेल पटरी पर क्षत-विक्षत हालत में डेड बॉडी मिली है। 20 मार्च को रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो में ही एक व्यक्ति चलती ट्रेन की चपेट में आ गया जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं टाटी सिलवे, मूरी, रांची-राउरकेला रेल खंड पर भी इस तरह की घटना घट चुकी हैं। इसके बावजूद लोग अवेयर नहीं हो रहे हैं। रेलवे पर तैनात आरपीएफ के जवानों ने बताया कि जान-बुझकर रेलवे ट्रैक पर मरने वाले लोगों की संख्या काफी कम हैं। मरने वालों में अधिकतर लोग या तो ट्रेन से गिरकर हादसे के शिकार होते हैं या चलती ट्रेन पर उतरते व चढ़ते समय। या टै्रक पार करते वक्त वे ट्रेन की चपेट में आ जाते हैं।

जुर्माने की भी फिक्र नहीं

रेलवे स्टेशन पर या ट्रैक पर गैरकनूनी तरीके से चलने या नियम तोड़ने पर फाइन भी किया जाता है। स्टेशन सैकड़ों लोग नियमों की अनदेखी करते दिख जाते हैं। रांची रेलवे पुलिस महीने में कुछ लोगों पर फाइन भी करती है। इसके बावजूद लोग अवेयर नहीं हो रहे हैं। लोगों की लापरवाही दूसरे व्यक्ति के लिए भी घातक साबित हो सकती है। ड्यूटी पर जवानों ने बताया कि यात्रियों को काफी समझाया जाता है। लेकिन यात्री सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। आलम यह है कि पैसेंजर्स बेखौफ होकर नियमों को ठेंगा दिखाते हुए रेल लाइन पार कर अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं। रांची रेलवे स्टेशन पर रेल ट्रैक पार करते समय कई हादसे हो चुके हैं, मामला दुर्घटना का हो या जान- बूझ कर मौत को गले लगाने का, जिस कदर रेलवे ट्रैक पर मौत हो रही है, वह चिंता का विषय है।

रेलवे का अवेयरनेस प्रोग्राम फेल

रेलवे व आरपीएफ पैसेंजर्स को रेल ट्रैक न पार करने के प्रति और रेलवे से संबंधित नियमों की जानकारी देने के लिए रेलवे की ओर से अवेयरनेस प्रोग्राम भी चलाया जा रहा है। लेकिन रेलवे लाइन पार करनेवाले यात्रियों को न तो अपनी जान की परवाह है न दूसरों की फिक्र। लोगों ने रेलवे द्वारा चलाए जाने वाले अवेयरनेस कैंपेन भी फेल कर दिए है। कैंपेन के वक्त हालत थोड़ी ठीक रहती है। लेकिन दो-चार दिन के बाद स्थिति फिर पहले जैसी हो जाती है। नियमों का उल्लघंन करने वाले लोगों के लिए सजा का भी प्रावधान है। रेलवे एक्ट की धारा 147 के तहत संबंधित व्यक्ति को छह महीने की सजा और एक हजार रुपए तक जुर्माना हो सकता है।

हाल में हुई कुछ घटनाएं

31 मार्च: मुरी स्टेशन के समीप एक महिला की ट्रेन से कटकर मौत, रेलवे फाटक पार करने के दौरान हुआ हादसा।

20 मार्च: रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर एक व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गया। वह जल्दबाजी में उतरने का प्रयास कर रहा था।

20 मार्च: टाटीसिल्वे थाना के समीप रेलवे ट्रैक से एक महिला का शव बरामद। ट्रेन की चपेट में आने से हुई मौत

14 मार्च: रांची राउरकेला रेल खंड के समीप रेलवे ट्रैक से महिला का क्षत-विक्षत शव बरामद। ट्रैक पार करने के दौरान हुआ हादसा

Posted By: Inextlive