- वर्ष 2015 में शुरू हुआ झुमका चौराहा बनाने का प्लान

- बीडीए अभी तक झुमका लगाने के लिए जगह नहीं चुन सका

BAREILLY:

मशहूर अभिनेत्री साधना पर फिल्माया गाना झुमका गिरा रे बरेली के बाजार मेंबेशक एक गाना भर है, लेकिन फिर भी बरेली आने वाले लोग वह बाजार देखने के लिए आतुर रहते हैं, जहां झुमका गिरने का जिक्र किया गया। इस गाने की दीवानगी और शहर की पहचान को लेकर बरेली विकास प्राधिकरण ने वर्ष 2015 में झुमके की प्रतिकृति बनाने का फैसला लिया था। नगर निगम ने भी बड़ी उत्सुकता दिखाई थी। यह प्रतिकृति करीब 14 मीटर में लगाई जानी थी। इसके लिए डिजाइन आमंत्रित किए गए। बीडीए ने योजना के लिए 6.50 करोड़ रुपये का बजट रखा था। लेकिन दो वर्ष बाद भी बीडीए झुमका लगाने के लिए जमीन फाइनल नहीं कर सका है।

कहां लगाएं झुमका जगह नहीं

पूरे शहर पर नजर दौड़ाने के बाद भी बीडीए अधिकारियों को झुमका लगाने की जगह नहीं मिल सकी। लाखों रुपये का प्रोजेक्ट आखिरकार धड़ाम होने के कगार पर आ गया है। विकास प्राधिकरण ने ऐलान किया था कि झुमके को बरेली की पहचान बनाई जाएगी और उसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। डेलापीर चौराहा अधिकारियों की पहली पसंद बनी। वहां रोटरी बनाने का फैसला हुआ। बीच चौराहे की जगह घेरकर एक रिहर्सल शुरू की गई। लेकिन प्रोजेक्ट फ्लॉप हो गया। उसके बाद परसाखेड़ा बाईपास को चुना गया लेकिन बात यहां भी नहीं बनी। बीडीए ने अगली जगह चौकी चौराहा चुनी। सर्वे हुआ लेकिन यहां भी झुमका नहीं लग सका। आखिर में गांधी उद्यान के सामने झुमका लगाने की योजना बनाई गई लेकिन यहां भी काम शुरू नहीं हो सका।

28 प्रविष्टियां भी मिली थी

बता दें कि वर्ष 2015 में बीडीए के तत्कालीन वीसी शशांक विक्रम सिंह ने इस प्रोजेक्ट को पास किया था। उनका मकसद बरेली का पर्यटन बढ़ाने और शहर की पहचान मजबूत करना था। इसे लेकर शहर की पब्लिक में काफी उत्साह दिख रहा था। लेकिन अब बीडीए इस झुमके को लगाने के लिए कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है। हद तो यह है कि अभी तक झुमका लगाने का स्थान तक तय नहीं किया गया है। जबकि, प्रोजेक्ट शुरू होने पर वर्ष 2016 तक बीडीए को झुमका लगाने के लिए 28 प्रविष्टियां मिली थीं। इनमें से मुंबई के आर्किटेक्ट राजनीश अग्रवाल का डिजाइन सर्वश्रेष्ठ चुना गया था। इसके लिए उन्हें 25,000 रुपये देकर पुरस्कृत भी किया गया था।

एक नजर

- वर्ष 2015 में तत्कालीन बीडीए वीसी शशांक विक्रम सिंह ने प्रोजेक्ट पास किया।

- वर्ष 2016 तक बीडीए को झुमका लगाने के लिए 28 प्रविष्टियां मिली थी।

- 14 मीटर में लगाई जानी है झुमके की प्रतिकृति।

- 6.50 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है।

बीडीए जल्द झुमका चौराहे के लिए जमीन चिह्नित कर लेगा। इसके लिए सर्वे का काम चल रहा है।

डॉ। सुरेंद्र पांडेय, वीसी बीडीए

Posted By: Inextlive