नए लुक में दिखेगा डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल
-हॉस्पिटल परिसर में बढ़ेंगी सुविधाएं, बनेगा पाथवे और स्टैंड
-लगेंगे फायर सिक्योरिटी सिस्टम व एसी, ऑक्सीजन पाइप लाइन की होगी व्यवस्था Varanasi@inext.co.in VARANASI पं। दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल का लुक बदलेगा और फैसिलिटीज बढ़ेंगी। हॉस्पिटल में सीमेंटेड पाथवे, साइकिल व वाहन के लिए स्टैंड, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, छत की मरम्मत, फायर सिक्योरिटी सिस्टम, वार्डो में एयरकंडीशनर और ऑक्सीजन पाइप लाइन की व्यवस्था होगी। करीब 14.35 करोड़ की लागत से ये सभी काम होंगे। कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस ने फर्स्ट फेज में सड़क निर्माण और छत की मरम्मत का काम शुरू करा ि1दया है। भेजी गई थी डिमांडडिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की ओर से पिछले साल ही बिल्डिंग और परिसर में फैसिलिटीज डेवलप करने के लिए शासन को डिमांड भेजी गई थी। इस पर शासन ने अस्पताल के सुंदरीकरण के लिए प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया था। जिसके बाद कार्यदायी संस्था ने 14.35 करोड़ से सुंदरीकरण और फैसिलिटीज बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा। जिसे पिछले महीने शासन से हरी झंडी मिल गई। टेंडर होने के बाद सीएंडडीएस ने काम शुरू भी करा ि1दया है।
फर्स्ट फेज में बेसिक फैसिलिटीज बढ़ेंगीशासन ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पहली किश्त के रूप में 98 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। इससे फर्स्ट फेज में बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। यानी, पाथवे निर्माण, छत की मरम्मत, साइकिल व मोटर के अलग-अलग स्टैंड बनाने का काम शामिल है। इसके बाद फायर सिक्योरिटी सिस्टम और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण होगा। एसटीपी लगाने का मकसद अस्पताल से निकलने वाले सीवेज को शोधित करना है।
ये होंगे काम - एक किलोमीटर सड़क निर्माण - छत की मरम्मत -साइकिल और वाहन स्टैंड - 50 केएलडी क्षमता का एसटीपी - फायर सिक्योरिटी सिस्टम - अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन - हॉस्पिटल में वातानुकूलित व्यवस्था प्रोजेक्ट एक नजर में 14.35 करोड़ है लागत 98 लाख मिली है पहली किश्त 18 महीने में पूरा होना है काम ------ 1300 से 1500 मरीज डेली आते हैं इलाज के लिए 52 डॉक्टर हैं डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 185 पैरामेडिकल स्टाफ अस्पताल में शासन से 98 लाख रुपये की पहली किश्त मिल चुकी है। इससे सड़क निर्माण व छत की मरम्मत का काम शुरू करा दिया गया है। दूसरी किश्त मिलने पर अन्य काम शुरू कराए जाएंगे। श्रीप्रकाश त्रिपाठी, प्रोजेक्ट मैनेजर, सीएंडडीएस हॉस्पिटल में फैसिलिटीज बढ़ने से मरीजों को सहूलियत मिलेगी। साथ ही डॉक्टर्स को उपचार करने में आसानी होगी।डॉ। आरपी कुशवाहा, सीएमएस, डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल