- जिपं अध्यक्ष ने चहेते इंजीनियर को दिया था एएमए को कार्यभार

- जिपं सदस्य मंजू सिंह ने की थी मंत्री ब्रजेश पाठक से शिकायत

BAREILLY:

जिपं अध्यक्ष संजय की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। भाजपा ने जिपं अध्यक्ष के मिशन तख्तापलट के जरिए उन्हें एक और झटका दिया है। सरकार ने जिपं सदस्यों की बढ़ती शिकायतों के बाबत अपर मुख्य अधिकारी जिपं को बदल दिया है। पूर्व एएमए सुनील गुप्ता की जगह अब सीपी सिंह को एएमए का कार्यभार सौंपा है। सैटरडे को कार्यभार ग्रहण करते ही जिपं एमएमए ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाई। कहा कि अब टेंडर में पारदर्शिता समेत निर्माण कार्यो में गुणवत्ता बरकरार रखी जाएगी। ताकि जिपं के कार्य अन्य के लिए मिसाल बन सकें।

लगाए थे कई आरोप

जिपं सदस्य मंजू सिंह और मोहन सिंह ने जिपं अध्यक्ष संजय सिंह पर टेंडर में खेल कर करोड़ों रुपए के वारे न्यारे किए जाने के आरोप लगाए थे। साथ ही, सीडीओ से एएमए चार्ज लेकर चहेते इंजीनियर सुनील गुप्ता को एएमए बनाकर सारे कार्य पर कब्जा जमा लिया। टेंडर पूल करने और निर्माण कार्यो में हो रही अनियमितताओं को देखकर भी ओके लगाने के आरोप लगाए थे। वहीं, गड्ढामुक्त सड़क बनाने के लिए जारी 4 करोड़ रुपए में भी चहेते ठेकेदारों को देने के आरोप थे। शासन स्तर पर बढ़ती जा रही शिकायतों के बाद यह शासन ने एएमए के को हटाने का फैसला लिया। सैटरडे को कार्यभार ग्रहण करने पहुंचे नवनियुक्त एएमए सीपी सिंह का स्वागत करने जिपं सदस्य मंजू सिंह और मोहन सिंह के नेतृत्व में करीब दो दर्जन जिपं सदस्य पहुंचे थे।

Posted By: Inextlive