- बनारस और चंदौली में जिला पंचायत अध्यक्ष कुर्सी को लेकर सुगबुगाहट तेज, एक तीर से लग रहा दो निशाना

-जिला पंचायत सदस्यों के जोड़-तोड़ का बनने लगा समीकरण, कपसेठी हाउस की दो जिलों पर नजर

सत्ता बदलते ही उन 'माननीय' की धड़कनें तेज हो गई हैं जो जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान हैं। धड़कनें बढ़ना लाजिमी भी है, वैसे जिसकी सत्ता जाती है उसकी 'लालबत्ती' भी बुझती है। सत्ता की हनक से खड़ी अध्यक्षी की कुर्सी सरकार बदलने के बाद डगमगाने लगी है। जिला पंचायत सदस्यों के जोड़-तोड़ की सुगबुगाहट जिला पंचायत में तेज हो चुकी है। कुर्सी पर विराजमान माननीय भी यह भांप चुके हैं और भगवा धारण करने के लिए बेकरार भी है ताकि कुर्सी बनी की बनी रहे। बनारस और चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भगवाधारियों की नजर-ए-इनायत हो चुकी हैं, बस इंतजार है सूबे के नये मुखिया के शपथ ग्रहण समारोह के बाद मिलने वाले आशीर्वाद का। बनारस जिला पंचायत अध्यक्ष सुरक्षित सीट से सपा की अपराजिता सोनकर अध्यक्ष हैं तो वहीं चंदौली में सपा की सरिता सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष है। चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में सरिता सिंह से दो वोट से पराजित हुई सैयदराजा विधायक सुशील सिंह की पत्‍‌नी किरण सिंह अविश्वास प्रस्ताव के जरिये कुर्सी पर निगाह बनाए हुई हैं। वहीं बनारस सीट पर विधायक के छोटे भाई पूर्व जिपं अध्यक्ष सुजीत सिंह डॉक्टर की नजर है, यहां वह अविश्वास प्रस्ताव के जरिये किसी एससी जिला पंचायत सदस्य को अध्यक्ष बनाने के जोड़-तोड़ में जुट गये हैं।

सात जनवरी 2016 में हुये जिला पंचायत चुनाव बनारस की सुरक्षित सीट पर सपा की अपराजिता सोनकर ने भाजपा-अद समर्थित अमित सोनकर को तेरह वोट से हराया था। कुल 48 जिला पंचायत सदस्यों में 35 वोट अपराजिता सोनकर को मिले थे। वहीं चंदौली जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में खूब उठा पटक हुई थी। यहां पूर्व जिपं अध्यक्ष छत्रबली सिंह की वाइफ सरिता सिंह को चुनाव के दो दिन पूर्व सपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था। विधायक सुशील सिंह की वाइफ किरण सिंह मैदान में थी, जिन्हे सरिता सिंह ने दो वोट से पराजित किया था। कुल 35 जिपं सदस्य वाले चंदौली में 14 सीट सपा के खाते में हैं तो वहीं 11 सीट बसपा के खाते में है। शेष भाजपा सहित अन्य छोटे दलों के पास भी है। सूत्र बताते हैं कि बसपा के कुछ सदस्य भाजपा के संपर्क में आ चुके हैं।

- सात जनवरी 2016 में हुआ था पंचायत चुनाव

-बनारस में कुल जिपं सदस्य 48

-चंदौली में कुल जिपं सदस्य 35

-दोनों सीट पर सपा से फाइट की है भाजपा

-अधिक सदस्यों का मत जिसे हासिल होता है वह चुना जाता है अध्यक्ष

-सत्ता जाते ही बदल जाते हैं अध्यक्ष

अभी तक तो अध्यक्ष की कुर्सी अपने पास ही है। जिसके पास अधिक मेम्बर होते हैं वही अध्यक्ष होता है। जिसका काम बेहतर होगा वह कुर्सी पर काबिज रहेगा।

सरिता सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष चंदौली

Posted By: Inextlive