एक अच्छे ख़ासे मीडिया प्लानर की नौकरी छोड़कर मॉडलिंग और उसके बाद फिल्में.अभिनेता जॉन अब्राहम के करियर में काफी मोड़ आए हैं. फिलहाल जॉन एक निर्माता के रुप में भी अपनी जगह बना रहे हैं.

बीबीसी से बातचीत में जॉन ने बताया कि उनकी आने वाली फिल्मों से लोगों के बीच उनकी अलग पहचान बनेगी.जॉन कहते हैं "मैं शुरु से ही बहुत नैचुरल अभिनय करता हूं जो अब काफी फैशन में भी आ गया है। जो लोग पहले मुझसे कहते थे कि अरे,तुम तो बस एक मॉडल हो। अब वही लोग मेरी फिल्मों के नाम लेते हैं और कहते हैं आपकी नो स्मोकिंग हमें बहुत पसंद आई,काबुल एक्सप्रेस बड़ी अच्छी लगी."

सिगरेट और शराब से दूर रहने वाले जॉन का कहना है कि फ़िट रहने के लिए ऐसी चीज़ों से दूर रहना बेहतर है। अपनी फ़िट बॉडी के लिए काफी तारीफें बटोरने वाले जॉन का मानना है कि अच्छी सेहत बनाने का कोई शॉर्टकट नहीं होता, पता नहीं अन्य हीरो ये काम 2-3 महीने में कैसे कर पाते हैं? हालांकि जॉन की आने वाली फिल्म 'शूट आउट एट वडाला' में उन्होंने मन्या सुरवे का किरदार निभाने के लिए स्क्रीन पर सिगेरट पी है। अपनी शादी के बारे में बात करते हुए जॉन कहते हैं कि वो अपनी बातें काफी निजी रखते हैं और जब वो शादी करेंगे तो पता नहीं कितने लोगों को ये बात पता चल पाएगी। जॉन ने ये भी साफ किया कि जब भी वो शादी करेगें तो उसे किसी से छुपाएंगे नहीं, पूछने पर ज़रुर बताएंगे। दिसंबर 2012 में जॉन अब्राहम 40 साल के हुए.अपनी उम्र की बात करते हुए जॉन ने बीबीसी से कहा "लोग कहते हैं मेरी बॉडी 25 साल के लड़के जैसी है और दिमाग 50 साल जैसा। मुझे लगता है अगले 10 साल मेरे लिए सबसे अच्छे होने वाले हैं."

अपनी आने वाली फिल्म 'शूट आउट एट वडाला' के बारे में बात करते हुए जॉन ने कहा कि ये फिल्म उनके लिए गेम चेंजर साबित होगी। इस फिल्म में जॉन निभा रहे हैं मन्या सुरवे का किरदार जो मुंबई अंडरवर्ल्ड का हिस्सा था। ये फिल्म सच्ची कहानी पर आधारित है और जॉन के मुताबिक लोग जब उन्हें मन्या के रोल में देखेंगे तो सबकी धारणा बदल जाएगी और वो आम जनता के बीच ज़्यादा लोकप्रिय हो जाएंगे। शूट आऊट एट वडाला में जॉन के साथ अनिल कपूर,मनोज वाजपेयी और सोनू सूद है। 'डोंगरी टू दुबई' नाम की किताब पर आधारित इस फिल्म का निर्देशन संजय गुप्ता ने किया है।

जॉन अब्राहम की नई फिल्म 'रेस 2' अब्बास मस्तान द्वारा निर्देशित है। इस फिल्म में उनके साथ अनिल कपूर,सैफ़ अली खान,दीपिका पादुकोण,अमिषा पटेल,जैकलिन फर्नांडिस हैं.ये फिल्म 2008 में आई 'रेस' का सिक्वेल है। हालांकि रेस के पहले भाग में सैफ़ और अनिल के साथ अक्षय खन्ना थे लेकिन इस बार अक्षय फिल्म में नहीं हैं। जॉन का कहना है कि ये एक टिपिकल अब्बास मस्तान फिल्म है जिसमें ऐसा एक्शन है जिसे भारतीय दर्शक ने पहले कभी नहीं देखा होगा। जॉन ने बीबीसी से बातचीत में कहा "मेरे ऊपर 'एक्शन' अब्राहम का टैग लग चुका है और अब्बास मस्तान ने भी मुझसे कहा कि तुम एक्शन पर ध्यान दो और फिर वियतनाम से आए दो ट्रेनर ने 3 महीने तक मुझसे कड़ी मेहनत करवाई."

रेस 2 में जॉन के साथ सैफ़ अली ख़ान और अनिल कपूर भी नज़र आएंगे.जॉन कहते हैं,"जिस तरीके से हम सेट पर एक दूसरे से मेल जोल करते थे वो बेहद मज़ेदार था। बिल्कुल भी नेगेटिव भावना नहीं थी। आप फिल्म देखेंगे तो पता चलेगा हमारी कितनी बनती थी." एक अख़बार को दिए साक्षात्कार में सैफ़ अली ख़ान ने बताया था कि किस तरह जॉन की फ़िटनेस ने उन्हें और अनिल को भी प्रभावित किया और शूटिंग के दौरान जॉन के साथ साथ अनिल और सैफ़ भी जिम जाने लगे थे। जहां तक फिल्म में मल्टीस्टार होने की बात है तो जॉन कहते हैं, "जब मैंने स्क्रिप्ट सुनी तो मुझे मेरा रोल ज़्यादा अच्छा लगा। उसने मुझे धूम फिल्म के कबीर की याद दिला दी.बस उसमें बाइक और एक्शन दोनों थे, इसमें एक्शन है लेकिन बाइक नहीं। वैसे भी ये नेगेटिव रोल है और मुझे ऐसे रोल बहुत पसंद है क्योंकि नॉर्मल रोल काफी बोरिंग होते हैं."

इस साल जॉन द्वारा निर्मित फिल्म 'विक्की डोनर' कई अवार्ड समारोह में पुरस्कार बटोर रही है। फिल्मफेयर में विक्की डोनर ने चार अवार्ड जीते,वहीं स्क्रीन अवार्ड में इस फिल्म को 3 पुरस्कार मिले.गौरतलब है कि अपनी फिल्म का अवार्ड लेने जॉन किसी भी समारोह में नहीं गए.जॉन कहते हैं,"आखिरी बार जब मैं किसी अवार्ड समारोह में गया था वो था 2003. दस साल हो गए हैं मुझे किसी अवार्ड कार्यक्रम में गए हुए। मैं अपनी राय खुद बनाता हूं." जॉन के मुताबिक अवार्ड समारोह के बगैर ज़िंदगी काफी आराम से गुज़र रही है.अवार्ड इसलिए होते हैं क्योंकि एक्टर वहां परफॉर्म करते हैं और उनको खुश करने के लिए ये सब किया जाता है। बतौर निर्माता जॉन की अगली फिल्म 'हमारा बजाज' और 'मद्रास कैफे' है।

पिछले साल जॉन ने अपनी फिल्म 'विक्की डोनर' के प्रमोशन के लिए एक आइटम नंबर भी किया था जिससे फिल्म को काफी मदद मिली थी। जॉन ने माना कि वो फिल्म को लेकर थोड़े नर्वस थे और वो चाहते थे कि फिल्म को अच्छी ओपनिंग मिले इसलिए आइटम नंबर किया.लेकिन फिल्म देखने के बाद जॉन ने निर्देशक शुजीत सरकार से कहा कि आइटम नंबर को हटा दिया जाए क्योंकि फिल्म अपने आप में इतनी अच्छी है कि उसे किसी आइटम की ज़रुरत नहीं है.इस फिल्म की लेखक जूही चतुर्वेदी को सर्वश्रेष्ठ कहानी के लिए फिल्मफेयर अवार्ड मिला।

Posted By: Inextlive