भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी मामले में कैरेबियाई अदालत की सुनवाई से पहले भारत की एक टीम डोमिनिका पहुंची है। यहां अदालत तय करेगी कि चोकसी को भारत भेजा जाएगा या नहीं।

नई दिल्ली (एएनआई)। कैरेबियाई देश डोमिनिका में पकड़े गए भारत के भगोड़े मेहुल मेहुल चोकसी की वापसी पर हर दिन एक नया पेंच सामने आ रहा है। उसको वापस लाने के लिए भारत की एक टीम यहां पहुंच चुकी है। हालांकि अभी उसकी वापसी को लेकर स्थितियां स्पष्ट नहीं है क्योंकि बुधवार काे कैरेबियाई अदालत यह तय करेगी कि भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत भेजा जाएगा या नहीं। डोमिनिका में विपक्ष के नेता लेनोक्स लिंटन ने बुधवार को न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि भारत के आठ अधिकारियों की एक टीम सोमवार, 31 मई को डोमिनिका में उतरी थी।

चोकसी के खिलाफ सबूत देने होंगे
लिंटन ने कहा भारत से कुछ अधिकारी पिछले हफ्ते के शुक्रवार को बिजनेस जेट के जरिए डोमिनिका पहुंचे और कल कुछ और अधिकारी पहुंचे। वे कल अदालत में मामले में मदद करेंगे। जांच एजेंसियों के सूत्रों ने संकेत दिया कि एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों और भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम पूर्वी कैरेबियाई सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए डोमिनिका में है। भारत को डोमिनिका कोर्ट में मेहुल चोकसी के खिलाफ सबूत पेश करना है।

मेहुल चोकसी है अब एंटीगुआ नागरिक
चोकसी के डोमिनिका स्थित वकील वेन मार्श ने पहले एएनआई को बताया कि उनके मुवक्किल को एंटीगुआ से अपहरण कर लिया गया है और उसकी इच्छा के खिलाफ डोमिनिका ले जाया गया है। वहीं मेहुल चोकसी के वकील ने इससे पहले कैरिबियाई अदालत में तर्क दिया है कि सबसे पहले चोकसी एंटीगुआ या डोमिनिका में रहने के दौरान कानूनी प्रतिनिधित्व का हकदार है। तथ्य यह है कि वह एक एंटीगुआ नागरिक है और भारतीय नागरिक नहीं है।

Posted By: Shweta Mishra