DEHRADUN : सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोप में फंसे अपर सचिव जेपी जोशी को फिलहाल 11 दिसंबर तक सर्द रातें जेल में ही गुजारनी होंगी. अदालत ने उनकी सुनवाई अगले 10 दिसंबर तक के लिए टाल दी है. 11 दिसंबर को उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई होगी. दरअसल सेक्स स्कैंडल में फंसे अपर सचिव ने इससे पहले दो बार अदालत में जमानत याचिका दाखिल की. सुनवाई न हो सकने के कारण उनके वकील ने फिर से जिला जज के सामने जमानत अप्लीकेशन फारवर्ड की. सैटरडे को सुनवाई होनी थी लेकिन अब सुनवाई 10 दिसंबर तक के लिए टाल दी गई है. अब उम्मीद की जा रही है कि 11 दिसंबर को उनकी जमानत यात्रिका पर सुनवाई हो सकेगी.


आरोपी नीरज को कोर्ट में किया पेश इधर, फ्राइडे को अपर सचिव जेपी जोशी को ब्लैकमेल करने के आरोपी टीवी चैनल के पत्रकार व टिहरी लोकसभा से समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट नीरज चौहान को जीएम-द्वितीय की कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद कोर्ट ने उनकी सुनवाई की तारीख 9 दिसंबर मुकर्रर की। हालांकि इस बीच नीरज चौहान के वकील की तरफ से अदालत में दलील भी दी गई कि नीरज चौहान टिहरी लोकसभा सीट से सम्मानित प्रत्याशी के तौर कैंडिडेट बनाए गए हैं। लिहाजा, उन पर आरोप लगाए जाना गलत है। नीरज चौहान की अरेस्टिंग से मुश्किल में सपा
टिहरी लोकसभा सीट से सपा के प्रत्याशी नीरज चौहान की ब्लैकमेलिंग की साजिश के आरोप में गिरफ्तारी से सपा को भी मुश्किल में डाल दिया है, हालांकि पार्टी ने अब तक नीरज के विरूद्ध कोई कार्रवाई तो नहीं की है, लेकिन इस पूरे मामले में पैनी निगाह बनाते हुए पार्टी स्तर पर एक इंटरनल जांच कमेटी के गठन की तैयारी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि 2014 के लोक सभा चुनावों के लिए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डा। रामगोपाल यादव ने नीरज चौहान टिहरी लोक सभा का कैंडिडेट घोषित किया था। सहारनपुर निवासी नीरज चौहान ने देहरादून में कारोबार शुरू करने के बाद सपा से टिहरी एमपी का टिकट हासिल किया। इस बारे में सपा के प्रदेश अध्यक्ष एसएन सचान के मुताबिक किसी भी आपराधिक पृष्ठ भूमि वाले व्यक्ति को पार्टी कतई चुनाव में कैंडिडेट नहीं बनाना चाहेगी।

Posted By: Inextlive