RANCHI : मैं खुद पर गर्व करता हूं कि मेरे पास एक ही बेटी है। बेटा-बेटी में कभी फर्क नहीं लगा। अपनी बेटी पर मुझे नाज है। यह कहना है वरिष्ठ पत्रकार घनश्याम श्रीवास्तव और उनकी शिक्षाविद पत्नी राज श्रीवास्तव का। वे कहते हैं-अठारह साल पहले जब हमारी शादी हुई थी, तभी हमने सिंगल चाइल्ड का फैसला कर लिया था, भले ही वह बेटा हो या बेटी। आज हमारे इस फैसले को बेटी अनुष्का काबिलियत से सच साबित कर रही है। अनुष्का पर आज पूरे परिवार को फक्र है।

मिली थी शुभ सलाह

घनश्याम श्रीवास्तव दंपती बताते हैं- जब अनुष्का का जन्म हुआ तो कुछ सगे-संबंधियों और दोस्तों ने बेटे की खातिर एक और इश्यू की शुभ सलाह दी। लेकिन, हमने यह तय कर लिया था कि हमारी एक ही संतान रहेगी। सौभाग्य हमें यह मिला कि हमारी गोद में बेटी आई। हमने उसी वक्त अपनी बेटी की अच्छी परवरिश व पढ़ाई-लिखाई को अपने जीवन का ध्वेय बना लिया था। हमारी कोशिशें रंग लाई और बेटी अनुष्का आज रह मुकाम पर अपनी काबिलियत से पूरे परिवार का नाम रौशन कर रही हैं।

गर्व करने का बेटी दे रही मौका

माता-पिता ने अनुष्का को प्यार के साथ अच्छी तालीम दी तो वह भी कड़ी मेहनत व काबिलियत से पूरे परिवार को गर्व करने का मौका दे रही है। पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा क्यूरिकुलर एक्टिविटीज में वह अपने परफॉर्मेस से हर किसी की 'राजदुलारी' बन चुकी है। रांची के जवाहर विद्या मंदिर से 12वीं तक की पढ़ाई करने के बाद वह फिलहाल दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज से हिस्ट्री में ग्रेजुएशन कर रही है।

पढ़ाई में हमेशा अव्वल

अनुष्का शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रही हैं। सीबीएसई की 12वीं बोर्ड में उसने पूरे राज्य में चौथा स्थान हासिल किया था। उसने इतिहास विषय में 100 में 99 मा‌र्क्स लाकर रिकार्ड बनाया था। इसके बाद उसका सेलेक्शन क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बेंगलुरू और बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में भी हुआ, लेकिन उसने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने का फैसला किया। अभी वह रामजस कॉलेज, दिल्ली से हिस्ट्री में ग्रेजुएशन कर रही है। उसका इरादा सिविल सर्विसेज में जाने का है।

बेटी को बनाए काबिल

श्रीवास्तव दंपती कहते हैं- बेटियां आज किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं हैं। अगर सिंगल चाइल्ड हो तो उसकी अच्छी परवरिश के साथ शिक्षा दें, ताकि वह अपनी काबिलियत से पूरे परिवार का नाम रौशन करे। बेटियों में आज दम है। टैलेंट है। जज्बा है आगे बढ़ने अचीवमेंट हासिल करने का। ऐसे में सिंगल गर्ल चाइल्ड हो तो उस पर गर्व करें।

Posted By: Inextlive