RANCHI: सदर थाना पुलिस ने जिन आरोपियों को कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक मामले में गिरफ्तार किया है। उनमें से कई पहले खुद परीक्षार्थी बनते थे, फिर पैसे कमाने के लिए कैंडिडेट्स की तलाश करते थे। गिरफ्तार दो आरोपियों ने कहा कि वो खुद परीक्षा देने रांची आए थे। इनमें एक बिहार पुलिस से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर का बेटा प्रमोद कुमार है, दूसरा त्रिपुरारी शामिल है। पर, मास्टरमाइंड अभिषेक ने पुलिस को जानकारी दी कि वे लोग भी कमीशन के लिए कैंडिडेट्स खोज कर लाते थे। उन्हें बेवकूफ बनाना, खुद को कर्मचारी चयन आयोग के अधिकारी के साथ संपर्क होने की बात कह कर नौकरी दिलाने का झांसा देते थे।

पटना में तीन साल से करते थे कारनामा

मास्टरमाइंड अभिषेक ने पुलिस को बताया कि वह और उसका गिरोह तीन सालों से इस धंधे में लिप्त है। उनलोगों का गिरोह प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान एक्टिव हो जाता था और एक चेन बनाकर तथा युवकों को पैसे का लालच देकर उन्हीं से कैंडिडेट्स खोजवाते थे। बदले में उनलोगों को दस से बारह लाख की कमाई में कमीशन देने और फ्री में नौकरी हो जाने की बात कहते थे।

ऐसे फंसाते थे कैंडिडेट्स

अभिषेक ने बताया कि उसके पिता किसान थे, उनकी मौत हो चुकी है। मध्यमवर्गीय परिवार होने के कारण उसके पास पैसे की कमी थी, इसलिए वह आगे की पढ़ाई नहीं कर पाया। पर, पैसा कमाना उसका जुनून बन गया था। ऐसे में उसने ऐसे युवकों को जोड़ना शुरू किया जो उसके दोस्त या परिचित थे। ऐसे में उसने पटना में लोगों को नौकरी का झांसा देकर अच्छी कमाई की। उसकी ठाट-बाट देखकर उसके कई दोस्त भी गिरोह में शामिल हो गए।

ओरिजनल मार्कशीट व पोस्ट डेटेड चेक (बॉक्स)

इस आपराधिक गिरोह ने युवाओं को फंसाने का एक नया तरीका खोज लिया था। ये लोग कैंडिडेट्स और उसके परिजनों से पहले पैसे नहीं लेते थे। उन्हें कहा जाता था कि जब परीक्षा में बैठ जाएंगे तो कुछ राशि ली जा सके, इसके लिए ओरिजनल मा‌र्क्सशीट व पोस्ट डेटेड चेक ले लेते थे।

किराये पर लिया था फ्लैट (बॉक्स)

कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से रविवार को आयोजित हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के पूर्व प्रश्न पत्र देने का झांसा देकर छात्रों को ठगने के मामले में चारों आरोपियों ने बूटी मोड़ में नारायणा इंक्लेव में फ्लैट किराये पर लिया था।

ये भेजे गए जेल

गिरफ्तार आरोपियों में बिहार के पटना निवासी प्रमोद कुमार, रोहतास निवासी अभिषेक कुमार, झारखंड के जामताड़ा निवासी जितेंद्र दास व बिहार के पटना निवासी त्रिपुरारी को सोमवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

एसएसपी को मिली थी सूचना

राजधानी में रविवार को होने वाली हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में एक गिरोह सक्रिय है, जो प्रश्न पत्र लीक करने का दावा कर रहा है। इस सूचना के सत्यापन के लिए एसएसपी ने डीएसपी कोतवाली भोला प्रसाद सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की। इसमें सदर थानेदार दयानंद कुमार, खेलगांव के थानेदार अवधेश कुमार व क्यूआरटी के जवान शामिल किए गए। पुलिस की टीम शनिवार की रात से लेकर रविवार की शाम तक छापेमारी करती रही, जिसके बाद चारो आरोपी पकड़े गए। उनके अन्य साथियों की तलाश जारी है।

क्वोट

पुलिस निर्देश के आलोक में जब अपार्टमेंट में छापेमारी की गई, तो पाया कि छात्रों के पास दूसरे के ओरिजनल मा‌र्क्सशीट और चेक रखे हुए हैं। पुलिस अन्य साथियों की तलाश कर रही है।

-दयानंद कुमार, थानेदार, सदर थाना

Posted By: Inextlive