उत्‍तरी इराकी शहर अमरेली को सुन्‍नी आतंकवादी संगठन IS के कब्‍जे से छुड़ाने की कवायद तेज हो गई है. अमेरिका के साथ-साथ इराकी फौजियों ने भी IS को मिटाने का जिम्‍मा उठा लिया है.

जिहादी घेरा तोड़कर इंट्री
खबरों के मुताबिक, अमेरिका ने शनिवार को अमरेली में IS उग्रवादियों पर हवाई हमले किये. इसके साथ ही वहां फंसे नागरिकों के लिये राहत सामग्री का पूरा इंतजाम करते हुये IS आतंकियों से सीधे-सीधे मोर्चा लिया. अमेरिका के हौसले को देखकर इराकी सेना ने भी जंग का बिगुल बजा दिया. रविवार को इराकी सेना अमरेली शहर में जिहादी घेरा तोड़ते हये अंदर घुस गई. सेना ने तुर्कमेनी बस्ती का घेरा ताड़ दिया है. हालांकि इसके साथ ही शिया और कुर्दिश पशमार्गा लड़ाके भी इस जंग में इराकी सेना के साथ खड़े हो गये हैं.
अमेरिका हमले के लिये तैयार
आपको बता दें कि इराक के अमरेली शहर में करीब 2 महीनों से IS आतंकियों का कब्जा बना हुआ है. इस कारण से वहां भोजन, पानी और चिकित्सीय मदद नहीं पहुंच पा रही है. इससे पहले अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बयान में कहा कि नये दौर के हवाई हमले का निशाना इराक के तुर्कमेनी लोगों की बस्ती है, जो बगदाद से 170 किमी दूर है. हवाई हमले को लेकर अमेरिका का साफ कहना है कि ये निश्चित समय और क्षेत्र में किये जायेंगे, जिनका मुख्य लक्ष्य आतंकी संगठन को फंसे हुये आम नागरिकों पर हमला करने से रोकना है. किर्बी ने बताया कि अमेरिका इराक सरकार, सयुंक्त राष्ट्र संघ और गैर सरकारी संगठनों के साथ सहयोग करते हुये इराक में मानवीय राहत का काम करता रहेगा.
15 हजार नागरिक फंसे
पेंटागन के प्रेस सचिव रीयर एडमिरल जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिकी सेना ने इराकी और कुर्दिश सेना की मदद के लिये ड्रोन और लडा़कू विमानों से हमला किया. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अमेरिकी वायुसेना ने यह मदद ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और ब्रिटेन के विमानों की मदद से पहुंचाई. इन्होंने जरूरत का सामान वहां हवाई मार्ग से गिराया. गौरतलब है कि वहां करीब 15 हजार से ज्यादा नागरिक फंसे हुये हैं.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari