राजभवन में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर दो दिवसीय राज्यस्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन -

- कबाड़ की बाइक से खेती, ट्रैक्टर से चौथाई लागत में जुताई करेगा

PATNA : राजभवन में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर आयोजित दो दिवसीय राज्यस्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में एक से बढ़कर एक इंजीनियंिग के मॉडल दिखे। स्टूडेंट से लेकर किसान तक ने अपने इनोवेशन का प्रदर्शन किया। इस एग्जिविशन में मुंगेर के किसान का 'जुगाड़ हल' चर्चा के केंद्र में रहा। कबाड़ में पड़ी दो हजार की बाइक को असेंबल कर ट्रैक्टर से एक-चौथाई लागत पर खेत की जुताई कर रहे हैं। एक लीटर से कम पेट्रोल में एक हजार आटी (पुआल) की कुट्टी चंद घंटों में इससे काटी जा रही है। इसे बनाने वाले रामानुज कुमार मैट्रिक पास हैं। उन्होंने बताया कि एक बीघा (20 कट्ठा) की जुताई में 2.5 लीटर पेट्रोल तथा 20 रुपये का मोबिल खर्च होता है। पांच घंटे में एक बीघा जमीन की जुताई हो जाती है।

- बनाए दो गियर, तीन फार का हल जोड़ा

1992 में मैट्रिक पास करने वाले रामानुज ने बताया कि स्पीड कम करने और पावर बढ़ाने के लिए चार के बजाय दो गियर कर दिए। जुगाड़ हल तैयार करने में लगभग 30 हजार रुपये खर्च आया। मिट्टी के अनुसार हल के फार में भी किसान बदलाव कर सकते हैं। टायर इस तरह के लगाए गए हैं कि कीचड़ में भी स्पीड बनी रहे। उन्होंने बताया कि छह माह से जुताई कर रहे हैं।

प्रदर्शनी के निरीक्षण के दौरान रामानुज ने राज्यपाल फागू चौहान को बताया कि छोटे खेतों की जुताई में ट्रैक्टर बहुत कारगर नहीं है। लेकिन, 'जुगाड़ हल' पगडंडी पर भी चलाया जा सकता है।

क्लिक करते ही सुरक्षा के लिए हाजिर हो जाएगा ड्रोन, करेगा फायरिंग भी

इंजीनिय¨रग कॉलेज के छात्रों ने सेंसर आधारित ड्रोन के मॉडल का प्रदर्शन किया। अन्वेषक एमडी गुलाम रसूल ने बताया कि ड्रोन एप से कंट्रोल होता है। एप पर क्लिक करते ही ड्रोन पीडि़त के पास पहुंच जाएगा। एक मिनट में 15 किलोमीटर का सफर तय करने में सक्षम है। ड्रोन में नाइट विजन कैमरे के साथ-साथ पिस्टल भी असेंबल की गई है। कंट्रोल रूम से पूरी घटना को कई किलोमीटर दूर रहते हुए भी देखा जा सकेगा। कंट्रोल रूम से टारगेट की पहचान कर निर्देश मिलते ही पिस्टल से संबंधित पर फाय¨रग की जा सकेगी। टीम मेंबर स्वेच्छा कुमारी और मनीष कुमार ने बताया कि इजराइल में इस तरह का ड्रोन बनाया गया है जिसकी लागत करोड़ में है। देसी तकनीक का उपयोग करते हुए इसे 1.5 लाख रुपये में बनाया गया है।

चार श्रेणी में प्रदर्शनी का आयोजन राजभवन के निर्देश पर मुंगेर विश्वविद्यालय ने चार श्रेणी में प्रदर्शनी का आयोजन किया। स्कूली बच्चे, कॉलेज और महाविद्यालय के छात्र, तकनीकी शिक्षण संस्थानों के छात्र तथा आम जन के इनोवेशन के लिए अलग-अलग श्रेणी है। कई स्तर पर मूल्यांकन के बाद राज्यस्तरीय प्रदर्शनी के लिए 30 मॉडल का चयन किया गया है। इसमें एनआइटी पटना, पटना विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा, डीएवी मुंगेर, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के मॉडल को विशेषज्ञों ने सराहा।

Posted By: Inextlive