- सभी जेई ने एक से डेढ़ लाख तक की तैयारी की फाइल

- पोल और तार मरम्मत के लिए तैयार कर रहे फाइल

GORAKHPUR: बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी यदि सतर्क नहीं रहे तो उनके ही लोग विभाग को चूना लगाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। प्रशासनिक तौर पर जिले में चक्रवात की कोई आधिकारिक सूचना नहीं लेकिन विभाग के सभी जेई ने चक्रवात के नाम पर बिजली, तार, पोल क्षतिग्रस्त होने की बात कहते हुए एक से डेढ़-दो लाख तक की फाइल तैयार कर ली है। इस तरह विभाग को करीब 50 लाख रुपए तक का चूना लगाने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि 12 और 18 मई को आई आंधी में कई जगहों पर पोल-तार क्षतिग्रस्त हुए थे। उनकी मरम्मत कराई गई थी। अब 2 माह बाद सभी जेई उस आंधी को चक्रवात बताते हुए भुगतान लेने के लिए दावा ठोंक दिए हैं।

दो दिन दिखा रहे चक्रवात

12 मई और 18 मई को भयंकर आंधी आई थी, जिसमें जिले में करीब 100 पोल टूट गए थे और इतने ही पोल उखड़ गए थे। बिजली सप्लाई बाधित न हो इसके लिए लोकल अधिकारियाें ने उसे उसी समय ठीक करा दिया। अब उन कार्यो का भुगतान कराने के लिए फाइल तैयार की जा रही है। कई जेई ने फाइल तैयार कर ली है और कई इसकी तैयारी में लगे हुए हैं।

कहीं 30, कहीं 50 हजार

अभी विभाग में भुगतान के लिए कुछ जेई की फाइल पहुंची है। एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि एक जेई ने एक पोल के लिए 30 हजार तो वहीं दूसरे ने 50 हजार रुपए का इस्टीमेट बनाया है। मामला सामने आते ही जेई से पूछताछ की गई और फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दी गई। इस तरह के और भी मामले आ रहे हैं। अब विभाग भुगतान के पहले इनकी जांच कराने का मन बना रहा है।

तीन पोल के तीन लाख

चौरीचौरा एरिया में एक जेई ने जो फाइल तैयार की है, उसमें तीन पोल सही करने करने के लिए तीन लाख रुपए का इस्मेट बनाया है। इसी तरह पिपराइच, कैंपियरगंज सहित कई अन्य एरिया में लगभग सात फाइल तैयार की गई है। सभी का खर्च एक-एक लाख रुपए दर्शाया गया है। जबकि एक पोल पर आम तौर पर 10 से 15 हजार रुपए का खर्च आता है। जेई मूल लागत से सीधे दस गुना तक का बिल बनाने की फिराक में हैं। वहीं पोल की संख्या में भी हेरफेर करने की आशंका जताई जा रही है।

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Posted By: Inextlive