असुरक्षा पर फूटा जूनियर डॉक्टर्स का गुस्सा
-सुरक्षा सहित तीन मांगों को लेकर दिन भर कार्य से विरत रहे जूनियर डॉक्टर
-दिनभर उपचार के लिए भटकते रहे मरीज, कार्यकारी प्रिंसिपल को दिया मांगपत्र रूद्गद्गह्मह्वह्ल : मेडिकल कॉलेज में खामियों को लेकर जूनियर डॉक्टर्स का गुस्सा आखिर फूट ही पड़ा। शनिवार को सभी जूनियर डॉक्टर दिन भर स्ट्राइक पर रहे। डॉक्टर्स ने प्रिंसिपल ऑफिस पहुंचकर प्रदर्शन भी किया। आरोप है कि दो दिन पहले जूनियर लेडी डॉक्टर के साथ लेबर रूम में अटेंडेंट ने बदतमीजी की थी। साथ ही पिछले तीन दिनों में कैंपस से दो जूनियर डॉक्टर्स की बाइक चोरी हो गई, लेकिन कालेज प्रशासन आरोपियों पर कार्रवाई के बजाय मौन बैठा हुआ है। जेआर डॉक्टर्स ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों पर कॉलेज प्रशासन गौर नहीं करेगा। वे काम पर नहीं लौटेंगे। नहीं हुई कार्रवाईजूनियर रेजीडेंट डॉक्टर्स ने बताया कि गुरुवार को जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर अर्चना ओपीडी के बाद बाहर निकल रही थी। इसी बीच लेबर रूम के बाहर अटेंडेंट ने उनसे बदतमीजी की, जिसकी लिखित शिकायत उसी वक्त प्रिंसिपल से कर दी गई थी, लेकिन अटेंडेंट पर कार्रवाई तो दूर उसे बुलाकर डांटा तक नहीं गया। जिससे जेआर डॉक्टर्स में भारी आक्रोश है।
चोरों का अड्डा बना मेडिकल कॉलेजस्टाइक के दौरान जेआर डॉक्टर्स का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज चोरों का अड्डा बना हुआ है। कैंपस में थाना होने के बावजूद भी डॉक्टर्स की बाइक चोरी हो रही है। पिछले तीन दिनों में डॉ। रोहित और एक अन्य कर्मचारी की बाइक चोरी हो गई, लेकिन तहरीर के बाद अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
गर्ल्स हॉस्टल की दीवारें छोटी डॉक्टर्स ने बताया कि कैंपस स्थित गर्ल्स हॉस्टल की दीवारें बहुत छोटी है। जिससे उन्हे हर वक्त खतरा बना रहता है। साथ ही कई जेआर डॉक्टर दीवार छोटी होने की वजह से डरती हैं। उन्होने दीवार तत्काल प्रभाव से ऊंची कराने की मांग की है। नहीं मिले प्रिंसिपल दिन भर स्ट्राइक पर रहने के बाद जब उक्त तीनों मांगों को लेकर जेआर डॉक्टर्स का प्रतिनिधिमंडल प्रिंसिपल से मिलने गए तो उन्हे कार्यवाहक प्रिसिंपल डॉ। विनय अग्रवाल मिले। जिन्होने डॉक्टर्स को कल आने की बात कहकर लौटा दिया। कंसल्टेंट ने की ओपीडीस्टाइक की वजह से दिनभर मरीज चक्कर लगाते रहे। दिन के 12 बजे तक तो ओपीडी पूरी तरह बंद रही, उसके बाद कंसलटेंट ने मरीजों को देखकर दवाई का पर्चा बनाया। फिर शाम चार बजे तक कंसल्टेंट के सहारे ही मेडिकल हॉस्पिटल चलाया गया। किसी भी जेआर डॉक्टर ने काम नहीं किया।
नहीं देखेंगे मरीज
जेआर डॉक्टर यूनुस ने चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे साथ दुर्व्यवहार होता रहेगा और हम चुप बैठे रहेंगे ऐसा नहीं होगा। जब तक हमारी मांगों को कॉलेज प्रशासन नहीं मानता हम ओपीडी नहीं करेंगे। आज स्थाई प्रिंसिपल से मिलने का समय मिला है। मिलने के बाद ही आगे की योजना के बारे में बताया जाएगा। जूनियर डॉक्टर्स की मांगों को लेकर प्रिंसिपल से बात की गई है। रविवार को उनसे मिलकर बात की जाएगी। उनका मांगपत्र ले लिया गया है। -डॉ। विनय अग्रवाल, कार्यवाहक प्रिंसिपल मेडिकल कालेज केवल जूनियर रेजीडेंट स्ट्राइक पर रहे हैं। कंसल्टेंट ने इमरजेंसी सेवाएं चलाई। रविवार को भी जेआर की स्ट्राइक का इमरजेंसी सेवाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। -डॉ। सुभाष सिंह, सीएमएस मेडिकल अस्पताल फोटो नंबर 7, 8, 9, 10, 11. फोटो कैप्शन। हड़ताल पर बैठे जेआर डॉक्टर। हड़ताल की वजह से ओपीडी कक्ष में खाली चेयर व बेड। ---