5 से 7 साल के बच्चों के दांतों में आई कैविटीज की समस्या

70 फीसदी बच्चे दांत की बीमारी से जूझ रहे सर्वे के मुताबिक

1000 बच्चों पर पिछले एक साल में किया गया सर्वे

14 साल के 700 से ज्यादा बच्चों में दांतो की समस्या

जिला अस्पताल के डेंटल विभाग में हुए सर्वे में हुआ खुलासा

Meerut। जंक फूड आपके बच्चों के दांतों को खराब कर रहा है। कम उम्र में ही बच्चों में कैविटीज की गंभीर समस्या पैदा हो रही है। यही नहीं दांतों पर पपड़ी जमना, मुंह से दुर्गध और पायरिया तक की समस्या बच्चे झेल रहे हैं। हाल ही में जिला अस्पताल के डेंटल विभाग की ओर से हुए सर्वे में इसका खुलासा हुआ है। आंकड़ों पर गौर करें तो शहर में बच्चे तेजी से दांतों की समस्या के शिकार हो रहे हैं। एक्सप‌र्ट्स के मुताबिक अगर सावधानी नहीं बरती गई तो इसके और अधिक घातक हो सकते है।

ये कहती है रिपोर्ट

डेंटल विभाग की सर्वे रिपोर्ट के अुनसार करीब 70 प्रतिशत बच्चे इन दिनों दांतों की समस्या से जूझ रहे हैं। पिछले एक साल में ओपीडी में आए करीब 1 हजार बच्चों पर रिसर्च के बाद से निष्कर्ष सामने आया है। रिपोर्ट के अुनसार करीब 14 साल के 700 से ज्यादा बच्चे एरली ऐज में ही दांतों की समस्या से जूझ रहे हैं। यही नहीं एक साल से कम उम्र के बच्चों में आए नए दांतों में भी समस्या हो रही है। इसकी वजह बच्चों में नर्सिग बॉटल कैरिज पैदा हो रही हैं।

लापरवाही पड़ रही भारी

एक्सप‌र्ट्स के मुताबिक जंक फूड, टॉफी, चॉकलेट, कोल्डड्रिंक आदि के सेवन के लिए बच्चे जिद करते हैं और पेरेंट्स मान भी लेते हैं। पिज्जा, बर्गर जैसी तमाम फूड आइट्म्स में ऐसे तत्व होते हैं तो दांतों के बीच में चिपक जाते हैं। बच्चे ठीक तरह से ब्रश भी नहीं कर पाते हैं और इसकी वजह से दांतों में कैविटीज और पायरिया की समस्या बढ़ती जा रही है। साफ-सफाई में बरती जा रही लापरवाही बच्चों के दांतों पर भारी पड़ रही है।

सालभर में आएं अधिकतर बच्चों के दांतों में कैविटिज की समस्या मिली है। इनमें 5 से 7 साल के बच्चों की संख्या काफी है। ब्रश न करने और खान-पान का सही न होने इसकी सबसे बड़ी समस्या है। अगर सही तरीके से और सुबह उठने के बाद और रात में सोने से पहले ब्रश किया जाएं तो काफी हद तक दांतों को खराब होने से बचाया जा सकता है।

डॉ। अलका चौधरी, डेंटल स्पेशलिस्ट, जिला अस्पताल

Posted By: Inextlive