- फरार बंदियों को पकड़ने के लिए सुबह से चला अभियान

- आम लोगों को हुई चेकिंग से काफी परेशानी

फरार बंदियों को पकड़ने के लिए सुबह से चला अभियान

- आम लोगों को हुई चेकिंग से काफी परेशानी

Meerutmeerut@inext.co.in

Meerut : भले ही पुलिस ने देर रात फरार बंदियों में आधे बंदियों को पकड़ लिया हो, लेकिन पुलिस का सर्च ऑपरेशन अभी तक जारी है। पुलिस ने बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर पूरे दिन अपनी पैनी नजर रखी। स्टेशनों और बसों में चेकिंग का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। वहीं इस चेकिंग से आम लोगों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ी।

बसों को रोककर चेकिंग

पुलिस का सबसे अधिक जोर देहात की ओर जाने वाली बसों पर रहा। सरधना मवाना, किठौर आदि रुटों पर जाने वाली बसों को रोककर क्फ् से क्8 साल के बच्चों को चेक किया गया। अकेले सफर कर रहे बच्चों से बस रोककर पूछताछ की गई। बेगमपुल स्थित सरधना अड्डे से बैठकर दौराला उतरने वाले अशोक ने बताया कि सुबह जब बस कंकरखेड़ा बाईपास पहुंची तो पुलिस ने बस रोक ली। उसके बाद मुझे नीचे उतार लिया है। मेरा आईडी कार्ड चेक किया और कहां जाना है पूछा। उसके बाद छोड़ दिया। जब तक पुलिस ने मुझसे पूछताछ नहीं कर ली तब तक बस रुकी रही। कुछ ऐसा ही हापुड़ रोड, गढ़ रोड पर भी देखा गया।

ट्रेनों में भी हुई चेकिंग

बसों के अलावा ट्रेनों में भी सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। सुबह से आरपीएफ और जीआरपीएफ ने जनरल पुलिस के साथ संदिग्ध दिखने वाले युवाओं से पूछताछ की। सहारनपुर जा रहे है अशोक और देहरादून जा रहे असलम ने बताया कि पुलिस उन्हें रोककर पूछताछ शुरू कर दी। हमारा टिकट चेक किया और सामान भी चेक किया। परिवार के बारे में सहारनपुर और देहरादून जाने का उद्देश्य भी पूछा। करीब क्भ् मिनट पूछताछ करने के बाद हमें ट्रेन में जाने दिया।

उठानी पड़ी परेशानी

पुलिस के इस सर्च ऑपरेशन से बस और ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। आम यात्रियों को रुकी हुई बस का चलने का इंतजार करना पड़ा। खासकर दिल्ली और गाजियाबाद जाने वाले लोगों को भी काफी परेशानी हुई। सदर निवासी आकाश ने बताया कि मेरा कॉलेज गाजियाबाद में है। बीच में पुलिस द्वारा बस रोक देने से मेरी काफी जरूरी क्लास मिस हो गई। आखिर पुलिस की लापरवाही का खामियाजा पब्लिक क्यों भुगते?

Posted By: Inextlive