- रोडवेज की बस ने बाइक सवार भाई बहन को कुचला

- गढ़ रोड पर हुए हादसा में युवक की मौत, युवती गंभीर

- जिस बस ने मारी टक्कर, उसमें सवार था युवक का पिता

- परिवार में इकलौते पुत्र की मौत से बेसुध हुए परिजन

Meerut: सोमवार सुबह गढ़ रोड पर गांव हसनपुर के पास रोडवेज बस ने बाइक सवार भाई बहन को कुचल दिया। दुर्घटना में घायल हुए युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि युवती को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। बात यहीं समाप्त नहीं होती, अब बात करते है इस दुर्घटना से जुडे़ उस दुखद और दिल दहला देने वाले अजब संयोग की। दुर्घटना का कारण बनी रोडवेज बस में सवार उसी मृतक युवक का अभागा पिता भी सवार था। पिता ने अपने इकलौते पुत्र को बाइक पर सामने से आते हुए भी देखा था। दुर्घटना के बाद बेबस पिता लहुलुहान पुत्र को बचाने के लिए मौजूद भीड़ से गुहार लगाई। लेकिन मदद में देरी हुई और बेबस पिता अपने घर के चिराग को अपने ही सामने बुझते हुए देखता रहा।

जानलेवा साबित हुई रफ्तार

किठौर थाना क्षेत्र के गांव महलवाला निवासी एमआर विकास शर्मा (ख्भ्) पुत्र महेश चंद शर्मा सोमवार सुबह अपनी चचेरी बहन काजल के साथ बाइक से आफिस के लिए निकला। गढ़ रोड पर गांव हसनपुर के पास भैंसा बुग्गी को ओवरटेक करने के चक्कर में सामने से आ रही तेज रफ्तार रोडवेज बस ने जोरदार टक्कर मार दी। सिर सड़क में लगने के कारण विकास गंभीर रूप से घायल हो गया जबकि काजल भी चोटिल हो गई। बस सवार यात्रियों के अनुसार रोडवेज बस की रफ्तार अधिक थी। इसी कारण चालक बस को नियंत्रित नहीं कर सका और दुर्घटना हो गई। उधर, आरोपी चालक एक्सीडेंट के बाद मौके से फरार हो गया।

बस में सवार थे पिता

विकास के पिता महेश चंद्र बड़ौत गए थे और सोमवार की सुबह रोडवेज बस में सवार होकर वापस गांव लौट रहे थे। पिता ने अपने पुत्र को सामने से आते हुए देख लिया था और इस बीच दुर्घटना हो गई। सड़क पर पडे़ पुत्र को देखते ही पिता चीखते हुए उसे लिपट गया और अपनी बाहों में भर कर मौजूद लोगों से हास्पिटल ले जाने की गुहार लगाई। लोगों ने मदद का प्रयास भी किया, लेकिन अधिक खून बह जाने से और मदद में देरी से विकास ने अपने पिता की बाहों में ही दम तोड दिया।

लूट गया सब कुछ

उस पिता के दर्द को समझना सच में बहुत मुश्किल है, जिसने अपने सामने अपने इकलौते पुत्र को दुनिया से जाते हुए देखा हो, लोगों के अनुसार महेश चंद्र शर्मा के घर में विकास के अलावा एक पुत्री रेनू भी थी। लेकिन बीमारी के कारण आठ साल पहले रेनू की मौत हो गई। पुत्री की मौत ने परिजनों को तोड़ दिया। वक्त के साथ परिवार सदमे से उभरा और विकास के साथ जिंदगी शुरू की। लेकिन सोमवार की काली सुबह ने महेश का सब कुछ लूट लिया।

मासूम से छिना पिता का साया

पुत्री की मौत के सदमे से उबरे परिवार ने पिछले साल जनवरी में विकास की शादी स्वाति से कर दी। स्वाति के घर में कदम रखते ही खोई हुई खुशियां फिर से लौट आई। उधर, छह माह पहले स्वाति ने एक पुत्र को जन्म देखकर खुशियों को जश्न में बदल दिया। लेकिन रोड एक्सीडेंट में जहां बेबस पिता महेश चंद्र ने अपना पुत्र खोया, वहीं स्वाति का सुहाग भी उजड़ गया। जबकि छह के उस अबोध बच्चे के सिर से पिता का साया भी इस एक्सीडेंट ने छीन लिया।

Posted By: Inextlive