-पीयूष लगातार तीन संडे से कर रहा था ज्योति का कत्ल कराने की कोशिश

-पहले संडे को ओरियंट रिसॉर्ट और दूसरे संडे को बैराज पर हुई थी प्लानिंग

- दोनों संडे को प्लान फेल होने पर तीसरे संडे को बैकअप प्लान से किया ज्योति का कत्ल

KANPUR : बिस्कुट कारोबारी की बहु ज्योति श्यामदसानी पर तीन संडे से मौत मंडरा रही थी। दो बार तो मौत उसके बेहद करीब आकर निकल गई लेकिन उसेजरा सा भी आभास नहीं हुआ। उसका बिगड़ैल पति पीयूष दो संडे पहले से ज्योति का कत्ल कराने की कोशिश कर रहा था। इसलिए वो ज्योति को हर संडे घुमाने के नाम पर कहीं न कहीं ले जाता था। लेकिन हर बार कोई न कोई अड़चन आने से उसका प्लान फेल हो रहा था। लेकिन जुलाई का आखिरी संडे ज्योति की मौत नहीं टल सकी। हत्यारों से टाइम सेट होने से पीयूष आखिर अपनी साजिश में कामयाब हो गया।

रेन डांस पार्टी के बाद होना था ज्योति का कत्ल

हड़बड़ाहट और एक छोटी सी गलती के कारण पीयूष भले पत्नी के कत्ल के गुनाह में सलाखों के पीछे पहुंच गया हो लेकिन उसका दिमाग किसी शातिर अपराधी से कम नहीं है। उसने माशूका मनीषा माखीजा और ड्राइवर अवधेश के साथ ख् जुलाई को ज्योति के कत्ल की साजिश रची थी। जिसके तहत हत्यारों को ज्योति के घर से अकेले निकलने पर उसका कत्ल करना था, लेकिन ज्योति उदास होने की वजह से घर अकेले नहीं निकल रही थी। जिसे देख पीयूष ने गिरगिट की तरह रंग बदलकर ज्योति से मीठी-मीठी बात करनी शुरू कर दी। जिसके बाद पीयूष अपने प्लान के पहले कदम में कामयाब हो गया। पीयूष के बदले व्यवहार से ज्योति उसके साथ क्फ् जुलाई (संडे) को घूमने जाने के लिए राजी हो गई। जिसकी जानकारी पीयूष ने माशूका मनीषा और ड्राइवर अवधेश को दी। वो ज्योति को रनिया स्थित ओरियंट रिसॉर्ट में रेन डांस पार्टी में ले गया। ज्योति पति के बदले व्यवहार से खुश पार्टी में मस्ती कर रही थी। इधर, पीयूष उसके कत्ल की साजिश को हकीकत में बदलने की तैयारी कर रहा था। उसकी प्लानिंग के मुताबिक, ड्राइवर अवधेश साथी रेनू, आशीष और सोनू समेत रिसॉर्ट से कुछ दूरी पर स्थित दीपू चौहान के ढाबे पर पहुंचना था, जबकि पीयूष को देर रात में क्ख् बजे से ज्योति को लेकर रिसार्ट से निकलना था। जिसके बाद रास्ते में सुनसान जगह पर हत्यारों को ज्योति को लूटने के बाद कत्ल करना था, लेकिन रेन डांस पार्टी जल्दी खत्म हो जाने से प्लान फेल हो गया। प्लान फेल होने से पीयूष इतना झल्ला गया था कि उसने एक बार तेज रफ्तार चलती गाड़ी से ही ज्योति को फेंकने का मन बना लिया, लेकिन ज्योति कहीं बच न जाए, इस डर से उसने खुद पर काबू किया। उस दिन मनीषा को छोड़कर सभी हत्यारों की मोबाइल की लोकेशन रनिया में ही मिली है। साथ ही उस दिन पीयूष, उसकी माशूका मनीषा और ड्राइवर अवधेश की करीब ख्भ् बार मोबाइल पर बात भी हुई थी। जिससे पीयूष के इस प्लान की पुष्टि हो रही है।

बैराज पर कत्ल कर लाश गंगा में फेंकनी थी

पीयूष ने ज्योति को रास्ते से हटाने का दूसरा प्रयास ख्0 जुलाई (संडे) को गंगा बैराज पर किया। इस बार वो ज्योति को बैराज पर घुमाने के लिए ले गया था। उस पर किसी को शक न हो। इसलिए वो अपने साथ बड़े भाई के बेटे को भी ले गया था। प्लान के मुताबिक, वो बैराज में सुनसान जगह पर बहाने से कार को रोककर खड़ा हो जाएगा। जिसके बाद ड्राइवर अवधेश समेत अन्य हत्यारों को कार को कवर करके उसको पीटकर गाड़ी से फेंकना था। जिसके बाद उनको ज्योति का कत्ल करना था। हालांकि उसने भतीजे को कोई भी चोट न पहुंचाने की हिदायत हत्यारों को दी थी। वो प्लान के मुताबिक ज्योति और भतीजे को कार से बैराज ले गया, लेकिन उस दिन तेज बारिश होने से हत्यारे टाइम से वहां नहीं पहुंच पाए और उसका दूसरा प्लान भी फेल हो गया। इसके लिए गुस्साए पीयूष ने ड्राइवर अवधेश को खूब फटकार लगाई थी। इस दौरान उसने ड्राइवर अवधेश को आधे घंटे में ख्0 कॉल की थीं।

'इस बार मुझे कोई गलती नहीं चाहिए'

पीयूष लगातार दो संडे से ज्योति के मर्डर की प्लानिंग फेल होने से पागल सा हो गया था। इस बार वो प्लान को हर हाल में अंजाम देना चाहता था। जिसके लिए उसने अवधेश को भी वॉर्निग दे दी थी। प्लान में कोई चूक न हो, इसके लिए पीयूष ने ड्राइवर अवधेश को जेड स्क्वॉयर मॉल बुलाया। वहां दोनों ने करीब आधा घंटा बात की। इस बार पीयूष ने अवधेश को कोई भी गलती न करने की हिदायत दी।

.और वो आखिरी रविवार का वार

महीने का आखिरी संडे और ज्योति के कत्ल की प्लानिंग का तीसरा संडे यानि ख्7 जुलाई को पीयूष सुबह से ही माशूका मनीषा और हत्यारे अवधेश से संपर्क बनाए था। उसने हत्यारे अवधेश, रेनू, आशीष और सोनू को शाम को भी घर के पास बुला लिया था। जिसके बाद वो कार से रेनू और सोनू को जेके मंदिर पर छोड़ने गया था। उसने हत्यारों को कहीं भी न जाने की हिदायत भी दी थी। जिसके बाद वो ज्योति को घर से रेस्ट्रां ले गया। जहां से निकलने पर हत्यारों ने ज्योति की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। इस दिन भी पीयूष और हत्यारे अवधेश के बीच फ्0 से फ्भ् बार मोबाइल पर बात हुई थी, जबकि उसने वारदात होने से पहले तक माशूका से बात की थी।

रावतपुर से दोबारा गाड़ी घुमा कर लाया था पीयूष

रेस्ट्रां से निकलने के बाद पीयूष ज्योति को कार से लेकर कम्पनी बाग के रास्ते से रावतपुर गया था। प्लान के मुताबिक उसको अंधे मोड़ के पास ड्राइवर अवधेश समेत उसके साथी मिलने थे, लेकिन पीयूष जब वहां पहुंचा तो एक कार खड़ी थी। जिसे देख पीयूष कार को रावतपुर चौराहे ले गया। वहां से यू टर्न लेकर वापस कम्पनी बाग और वहां से दोबारा अंधे मोड़ के पास पहुंचा था। जहां पर हत्यारों को देखकर उसने कार को रोक दिया था।

भ्0 हजार तो सिर्फ टोकन था

ज्योति का कत्ल करने वाले हत्यारों ने पीयूष से भ्0 हजार रुपए की सुपारी नहीं ली थी, बल्कि ये रकम सिर्फ टोकन था। पीयूष ने हत्यारों को ज्योति के लाखों की कीमत के जेवर की सुपारी दी थी। पीयूष ने अवधेश को बताया था कि ज्योति लाखों की कीमत के जेवर पहने होगी। हत्यारों को ज्योति का मर्डर करने के बाद उसके जेवर लूटने थे, लेकिन वो ज्योति की प्लेटिनम की ज्वेलरी को नकली समझकर उसे छोड़ गए थे। यह खुलासा अवधेश समेत अन्य हत्यारों ने पुलिस रिमाण्ड में पूछताछ के दौरान किया।

खबर का दूसरा पार्ट

शादी तय होने से झटपटा रही थी मनीषा

पीयूष की माशूका मनीषा माखीजा की दिल्ली में शादी तय हो गई थी। जिससे वो काफी बैचेन हो गई थी। वो पीयूष से अलग नहीं होना चाहती थी। इसलिए उसने ज्योति को रास्ते से हटाने के लिए पीयूष को उकसाया। उसने दबाव बनाने पर ही पीयूष ने ज्योति के कत्ल की साजिश रची थी। यह खुलासा मनीषा ने पुलिस रिमाण्ड में हुई पूछताछ में किया। उसने बताया कि वो पीयूष को बेहद चाहती थी। दिल्ली में शादी होने पर उसे पीयूष से बिछड़ने का डर था। वो किसी कीमत पर पीयूष को खोना नहीं चाहती थी। हालांकि वो पीयूष के और लड़कियों से संबंध होने की जानकारी होने से पछता रही है। वो रिमाण्ड के दौरान रोती रही। उसने बताया कि पीयूष ने ज्योति के मर्डर से पहले उसको कॉल की थी। पीयूष ने रेस्ट्रां से निकलकर उससे बात की थी। इस दौरान उसको ज्योति का कत्ल कराने का भरोसा दिलाने के लिए अवधेश से बात की थी। उसने मोबाइल के जरिए पीयूष और अवधेश की सारी बाते सुनी थीं।

हेडिंग: पीयूष की हवस से कोई नहीं बचा

- फ्रेंड्स क्लासमेट, पड़ोसी, रिलेटिव, ऑफिस इम्पलाई, बिजनेस पार्टनर्स यहां तक की घर की नौकरानी को भी नहीं छोड़ा

- पार्टी सर्किल की अरबपति कारोबारियों की बेटियों सहित 9 लड़कियों से फिजिकल रिलेशन सामने आए

- ज्योति ने सास को दी थी पीयूष की अय्याशियों की जानकारी, लेकिन वो शांत रहीं

- रोज नए खुलासों से पुलिस भी हैरान, अफसर बोले पीयूष के संबंधों पर नहीं वारदात पर फोकस है उनकी जांच

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पीयूष को पाने के लिए मनीषा ने भले ही ज्योति के कत्ल से अपने हाथ रंग डाले। लेकिन पीयूष पर हवस इस कदर सवार थी कि उसने अपनी फ्रेंड्स क्लासमेट, पड़ोसी, रिलेटिव, ऑफिस इम्पलाई, बिजनेस पार्टनर्स यहां तक की घर की नौकरानी को भी नहीं छोड़ा। पार्टी सर्किल में आने वाली अरबपति परिवारों की बेटियों समेत अब तक 9 लड़कियों से उसके अवैध संबंध होने की बात सामने आ चुकी है। इससे आजिज पुलिस अधिकारियों ने तो यहां तक कह दिया कि पीयूष के संबंधों पर जांच की जाए तो कभी खत्म ही नहीं होगी। इसलिए वो सिर्फ वारदात पर ही फोकस कर रहे हैं। हालांकि जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों का मानना है कि पीयूष की मां के लाड़ ने उसे बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यहां तक कि जब ज्येाति ने पीयूष की अय्याशियों की शिकायत उसकी मां से की तो भी वह जानबूझ कर शांत रहीं।

.फिर तो जांच तो कभी खत्म नहीं होगी

बुधवार को आईजी जोन ने प्रेस कॉफ्रेंस में पीयूष के दूसरी महिलाओं से संबंधों के बारे में भी जानकारी दी। इस दौरान पता चला कि पीयूष ने अपने घर में काम करने वाली नेपाली नौकरानी से भी बहला फुसला कर शारीरिक संबंध बनाए थे। वहीं शहर के एक नामी साबुन कारोबारी की बेटी से पीयूष के फिजिकल रिलेशन की बात सामने आई है। जिसके बारे में आला ऑफिसर भी ऑफ दि रिकार्ड हामी भर रहे हैं। जांच में यह बात भी सामने आई कि ज्योति ने पीयूष के दूसरी महिलाओं से संबंध होने की शिकायत उसकी मां(सास)से की थी लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। दरअसल पीयूष को पार्टी और क्लबों में जाने का शौक था। वहीं पर उसके सिटी के कई बड़े कारोबारी परिवारों की लड़कियों से भी संबंध बन गए थे। लेकिन मनीषा को पीयूष के इन संबंधों की जानकारी थी या नहीं यह बड़ा सवाल है।

परिवार ने पीयूष को उसके हाल पर छोड़ा

दिन पर दिन पीयूष की करतूतों को लेकर हो रहे खुलासों को लेकर पीयूष के परिवार में घमासान मचा हुआ है। पहले बहू की हत्या उसके बाद बेटे के ऐसे कारनामों से हो रही बदनामी की वजह से पीयूष के प्रति उसके परिवार में भी काफी नाराजगी है। सूत्रों की मानें तो जेल में मिलने पहुंचे पीयूष के रिश्तेदारों ने उससे अपने किए की सजा भुगतने के लिए कहा है। लेकिन पीयूष को जेल में जो ट्रीटमेंट मिल रहा है वह उसके परिवार के रसूख और पैसे के बल पर ही है। ऐसे में यह अलगाव सिर्फ दिखावा है या सच्चाई, यह कह पाना मुश्किल है।

तो बढ़ जाएंगी पीयूष के परिवार की मुश्किलें

ज्योति के कत्ल की जांच में उसकी डायरियों से जो जानकारियां मिली हैं। उसके आधार पर पीयूष के परिवार पर भी काफी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस के मुताबिक ज्योति की डायरी से पता चला है कि उसने पीयूष को लेकर कई बार उसकी मां से शिकायत की। लेकिन कुछ नहीं हुआ। और ऐसा भी संभव नहीं दिखता कि उसके परिवार को पीयूष की अय्याशियों की कोई खबर नहीं थी। ससुराल में ज्योति ने घुटन होने जैसी चीजें भी लिखी हैं। ऐसे में मामला उसके उत्पीड़न का भी बनता है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस एंगल पर भी जांच हो सकती है।

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मुझे बाहर जाने दो, सब मैनेज कर लूंगा

जेल में पीयूष का ड्राइवर अवधेश समेत अन्य हत्यारोपियों से सामना हुआ, तो उसने उसको रुपए की ताकत का हवाला देकर समझाया कि तुम लोग सारे गुनाह कबूल कर लो। जिसके बदले में मैं तुम लोगों के घरवालों को मालामाल कर दूंगा। अगर मैं जेल से छूट जाऊंगा, तो तुम लोगों को भी जेल से छुड़ा लूंगा।

जेल में पीयूष-मनीषा मैसेंजर के जरिए कर रहे बातचीत

जेल में पड़े छापे में यह भी पता चला है कि पीयूष और मनीषा में बातचीत भी हो रही थी। जेल अस्पताल के वार्डब्वाय इसमें मनीषा की मदद करते थे। वे पीयूष तक मनीषा का मैसेज पहुंचाते हैं और जो पीयूष कहता था वह मनीषा को बता देते थे।

डॉक्टर से हो सकती है पूछताछ

मनीषा के मेडिकोलीगल को लेकर पुलिस डॉक्टर से पूछताछ कर सकती है। आईजी आशुतोष पांडेय ने बताया कि मनीषा के मेडिकोलीगल का विवाद कोर्ट पहुंचने के बाद पुलिस ने यह कदम उठाया है। आईजी ने कहा कि इस संबंध में मेडिकल करने वाले डॉक्टर से बात करके असलियत जानी जाएगी।

Posted By: Inextlive