Kashi Mahakal express : अब तेजस से पहुंचिए बाबा विश्वनाथ और महाकाल के दरबार
प्रयागराज (ब्यूरो)। हवाई जहाज जैसी सुविधाओं के साथ देश की तीसरी प्राइवेट ट्रेन काशी-महाकाल एक्सप्रेस 16 फरवरी से वाराणसी से इंदौर के लिए शुरू हो रही है। यह इलाहाबाद जंक्शन पर रुकते हुए आगे बढ़ेगी। काशी-महाकाल एक्सप्रेस से प्रयागराज के लोगों को बाबा विश्वनाथ, महाकाल और ओमकारेश्वर के दरबार में पहुंचने के लिए डायरेक्ट ट्रेन मिल जाएगी।
केवल चेयरकार नहीं, बर्थ भीनई दिल्ली-लखनऊ और मुंबई-अहमदाबाद के बीच दो तेजस एक्सप्रेस ट्रेन सफलतापूर्वक चलाने के बाद आईआरसीटीसी द्वारा प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए तीसरी तेजस एक्सप्रेस काशी महाकाल एक्सप्रेस पहली बार 16 फरवरी को वाराणसी से रवाना की जाएगी। आईआरसीटीसी की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि काशी-महाकाल एक्सप्रेस सुपरफास्ट एयरकंडीशंड ट्रेन होगी। इसमें सिटिंग के साथ-साथ स्लीपिंग बर्थ थी होगी।तीन ज्योर्तिलिंग को जोड़ेगी ट्रेनआईआरसीटीसी की ओर से काशी महाकाल एक्सप्रेस के डेस्टीनेशन की घोषणा की गई है। जहां से होते हुए और रुकते हुए यह ट्रेन जाएगी। काशी महाकाल एक्सप्रेस तीन महत्वपूर्ण ज्योर्तिलिंग खंडवा स्थित ओमकारेश्वर महादेव, उज्जैन स्थित महाकालेश्वर और वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ के दरबार तक लोगों को पहुंचाएगी। इसके अलावा, उद्योग और एजुकेशन के केंद्र इंदौर और मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को भी यह ट्रेन जोड़ेगी।
मिलेंगी सभी फैसिलिटीजवाराणसी और इंदौर के बीच सप्ताह में तीन दिन चलने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस उज्जैन, संत हीरानगर (भोपाल), बीना, झांसी, कानपुर, लखनऊ/प्रयागराज और सुलतानपुर से होकर गुजरेगी। रातभर के सफर को ध्यान में रखते हुए इस ट्रेन में पैसेंजर्स को बेस्ट क्वॉलिटी का वेज मील, बेडरोल और हाउसकीपिंग सर्विस अवेलेबल कराई जाएंगी। काशी महाकाल एक्सप्रेस के प्रत्येक पैसेंजर का 10 लाख रुपए का यात्रा बीमा कवर भी होगा।