कैलाश गौतम सृजन संस्थान द्वारा गौतम जी की स्मृति में गवर्नर पं। केशरी नाथ त्रिपाठी का एकल व्याख्यान

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PRAYAGRAJ: कैलाश गौतम सृजन संस्थान की ओर से रविवार को प्रीतम नगर स्थित आवास पर गौतम जी की स्मृति में एकल व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि पश्चिम बंगाल के गवर्नर पं। केशरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि कैलाश जी की कविताओं में आम आदमी बोलता था। भाषा की ऐसी सहजता दुर्लभ है। इसलिए आज भी हम सभी बहुत चाव से उनकी कविताओं को सुनते हैं। प्रख्यात कवि डॉ। कुंवर बेचैन ने कैलाश जी के कृतित्व पर प्रकाश डाला। इस दौरान संयोजक डॉ। श्लेष गौतम ने मुख्य अतिथि गवर्नर पं। त्रिपाठी को जनकवि कैलाश गौतम गौरव सम्मान से सम्मानित किया।

सात विशिष्टजन हुए सम्मानित

दूसरे सत्र में अखिल भारतीय कविता सम्मेलन व सम्मान समारोह का आयोजन उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के सभागार में किया गया। मुख्य अतिथि जस्टिस अरुण टंडन व जस्टिस पीयूष अग्रवाल ने गौतम जी के चित्र पर माल्यार्पण किया और दीप प्रज्जवलित कर समारोह का उद्घाटन किया। मुख्य अतिथि जस्टिस टंडन ने डॉ। कुंवर बेचैन को राष्ट्रीय कैलाश गौतम काव्य कुंभ सम्मान-2018 से सम्मानित किया। इसके अलावा कैलाश जी को समर्पित साहित्यिक सरोकार सम्मान फादर राल्फी डिसूजा, लायन पंकज पाठक को सामाजिक सरोकार, अमन अक्षर को युवा गीतकार, गौरव चौहान को युवा ओज, सुनील जैन को हिन्दी गौरव और डॉ। रूचि चतुर्वेदी को कैलाश गौतम सुधा सम्मान से सम्मानित किया गया। स्वागत अनुराग अरोरा ने किया।

'सारी दुनिया से दूर हो जाऊं'

सम्मान समारोह के बाद आयोजित कवि सम्मेलन में डॉ। सरिता शर्मा ने 'सारी दुनिया से दूर हो जाऊं, तेरी आंखों का नूर हो जाऊं' पंक्तियां सुनाई। इटावा के कवि गौरव चौहान की 'कभी ये काफिला कुरबानियों का रूक नहीं सकता, बदन में जान है तब तक तिरंगा झुक नहीं सकता' पंक्तियों पर श्रोताओं ने खूब तालियां बजाई। डॉ। रूचि चतुर्वेदी, क्षितिज कुमार, अमन अक्षर, सरोज त्यागी आदि ने अपनी कविताओं की प्रस्तुति की।

Posted By: Inextlive