बेहद रहस्‍यमयी स्थितियों में पत्रकार और एक डीन की मौत व्‍यापमं घोटाले पर और भी कई बड़े सवाल खड़े कर गई है। ऐसे में किसी राजनेता का आपत्तिजनक बयान इस मामले में किस तरह से आग में घी डालने का काम करेगा ये बताने की जरूरत नहीं पड़ती। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इस सनसनीखेज मामले में इसी कमी को पूरा किया है। कैलाश विजयवर्गीय ने पत्रकार अक्षय सिंह की मौत पर जिस समय आपत्तिजनक बयान दिया उस समय सीएम शिवराज सिंह भी वहीं मौके पर मौजूद थे।

कथनी से पलटे विजयवर्गीय
उस समय पत्रकार का मजाक उड़ाते हुए विजयवर्गीय ठहाके लगाकर बोले कि ये पत्रकार-वत्रकार छोड़ो, हमसे बड़ा पत्रकार है क्या। कुछ देर बाद सामने आने पर भाजपा महासचिव अपने कथनी से पलट गए। यहां उनकी एक शिकायत रही। वह यह कि उनके बयान को तोड़मरोड़ के पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि वह किसी और पत्रकार के बारे में मजाक कर रहे थे। उनका बयान पत्रकार अक्षय सिंह से संबंधित नहीं था। इसके बाद उन्होंने पत्रकार की मौत पर गहरी संवेदना भी प्रकट की।  
एक नजर पीछे भी
यहां बता दें कि संदिग्ध परिस्थितियों में पत्रकार अक्षय सिंह की मौत शनिवार को हो गई थी। ये भी ज्ञात हो कि जिस समय उनके साथ ये घटना हुई वे व्यापमं घोटाले से जुड़ीं नम्रता दामोर का इंटरव्यू करने गए थे. पत्रकार की मौत पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसा कहा कि अभी मामले की जांच की जा रही है। वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी उनसे इससे जुड़ी जानकारी ली है।
विपक्ष के निशाने पर विजयवर्गीय
फिलहाल कैलाश विजयवर्गीय अपने बयान को लेकर अब विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। इस मामले को लेकर सबसे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भाजपा व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधा है। उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर ट्विट किया है कि व्यापमं घोटाले को सिर्फ भ्रष्टाचार के नजरिए से न देखें, यह भाजपा व RSS के चरित्र को भी साफ-साफ दर्शाता है।

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Posted By: Ruchi D Sharma