कानपुर के नजदीक चौबेपुर में पुलिस टीम पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं। पुलिस की टीम यहां एक इनाम बदमाश को पकड़ने आई थी। फिलहाल वह फरार है।

कानपुर (आईएएनएस)। कानपुर में चौबेपुर के पास बिकरु गांव में बदमाशों ने पुलिस बल पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जिसमें एक सर्कल अधिकारी सहित आठ पुलिस कर्मियों की गोली लगने से मौत हो गई और छह पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना शुक्रवार सुबह की है। पुलिस की टीम स्थानीय अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गई थी मगर उसके गिरोह ने पुलिस कर्मियों को आते देख छत से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरु कर दी, जिसमें आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए।
सीएम योगी ने एसटीएफ को दिया निर्देश
शहीद हुए पुलिसकर्मियों में सर्कल ऑफिसर बिल्हौर, देवेंद्र कुमार, जो टीम का नेतृत्व कर रहे थे। इसके अलावा तीन सब-इंस्पेक्टर और चार कॉन्स्टेबल शामिल हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और मृतक पुलिसकर्मियों के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। साथ ही विशेष कार्य बल (एसटीएफ) को निर्देश दिया है कि वह जांच करे और अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करे। एक फोरेंसिक टीम पहले ही घटनास्थल पर पहुंच चुकी है।

जनपद कानपुर में 'कर्तव्य पथ' पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले 08 पुलिसकर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि।
शहीद पुलिसकर्मियों ने जिस अपरिमित साहस व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया, उ.प्र. उसे कभी भूलेगा नहीं। उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।

— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 3, 2020


सुबह 3:30 बजे का है मामला
आईजी कानपुर मोहित अग्रवाल ने कहा कि जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है और आसपास के कई थानों के बलों को आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान के लिए बुलाया गया। घायल पुलिसकर्मियों को भर्ती कराया गया था अस्पताल और उनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस टीम में लगभग 50 पुलिस कर्मी शामिल थे, जो सुबह 3.30 बजे के आसपास विकास दुबे की मौजूदगी के बारे में सूचना मिलने के बाद गाँव गए थे। बताया जा रहा कि बदमाशों ने पुलिस वालों का रास्ता रोकने के लिए एक जेसीबी मशीन रास्ते में खड़ी कर दी थी। जैसे ही जवान वहां पहुंचे, गिरोह ने घर की छत से गोलीबारी शुरू कर दी। करीब एक दर्जन की संख्या में उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया। मृतक पुलिस कर्मियों को घटना में कई गोलियां लगी हैं।
पुलिसकर्मियों के हथियार लूटकर फरार हुए बदमाश
गैंगस्टर और उसके लोगों ने बाद में पुलिसकर्मियों के हथियार लूट लिए और फरार हो गए। सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एडीजी कानपुर सहित, आईजी और अन्य लोग घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। डीजीपी एचसी अवस्थी ने कहा कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार भी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
कौन है विकास दुबे
गैंगस्टर विकास दुबे, 60 से अधिक आपराधिक मामलों में वांछित हैं। अक्टूबर 2001 में, उसने शिवली पुलिस स्टेशन के अंदर भाजपा के वरिष्ठ नेता और तत्कालीन अनुबंध श्रम बोर्ड के अध्यक्ष संतोष शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। फिलहाल जिले को सील कर दिया गया है। यह, संयोग से, हाल के वर्षों में राज्य में पुलिस टीम पर सबसे बड़े हमलों में से एक है। पुलिस के आंदोलन के कुछ 'अंदरूनी सूत्र' द्वारा अपराधी को लीक होने के आईजी रेंज ने कहा, "यह जांच का विषय है। हमारा ध्यान अब बिना देर किए आरोपियों को गिरफ्तार करने पर है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari