कानपुर एनकाउंटर मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी मामले की जांच में जुटी है। उसे आज अपनी रिपोर्ट यूपी सरकार को साैंपना था लेकिन नहीं साैंप सकी। उसे रिपोर्ट देने के लिए 30 सितंबर तक का समय लग सकता है। यहां पढ़ें पूरी खबर...


लखनऊ (एएनआई)। बिकरू गांव एनकाउंटर की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (SIT) शनिवार को यूपी सरकार को अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं कर सकेगा। सूत्रों ने कहा कि टीम को अपनी रिपोर्ट देने के लिए 30 सितंबर तक का समय लग सकता है। कथित तौर पर कोविड-19 संकट और रक्षा बंधन जैसे त्योहारों के कारण, कई पुलिसकर्मियों के बयान अभी तक दर्ज नहीं किए गए हैं। एसआईटी के एक सदस्य, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) एचआर शर्मा हाल ही में कोरोना वायरस पाॅजिटिव पाए गए हैं। इसलिए भी एसआईटी को अपनी रिपोर्ट तैयार करने में कुछ समय लगेगा। विकास दुबे के बेटों से पूछताछ की जा सकती


कानपुर ग्रामीण एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने गुरुवार को कहा था कि उत्तर प्रदेश पुलिस पिछले महीने हुई बिकरू मुठभेड़ के संबंध में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे के बेटों से पूछताछ कर सकती है। गैंगस्टर विकास दुबे कानपुर के चौबेपुर इलाके के बिकरू गांव में हुई मुठभेड़ में मुख्य आरोपी था। बता दें कि विकास दुबे ने 2-3 जुलाई की रात में उसे गिरफ्तार करने बिकरू गांव पहुंची पुलिस टीम पर अपने साथियों के साथ हमला कर दिया था।पुलिस द्वारा उसे मुठभेड़ में मार दिया गया था

इस दाैरान 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इसके बाद विकास दुबे को 9 जुलाई को उज्जैन में मध्य प्रदेश पुलिस ने महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था और उसे कानपुर लाया जा रहा था। 10 जुलाई की सुबह कानपुर भाैती के पास गाड़ी पलट गई और इस दाैरान भागने के प्रयास में पुलिस द्वारा उसे मुठभेड़ में मार दिया गया था। चर्चित कानपुर एनकांउटर के बाद से विकास दुबे का भाई फरार है जबकि पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

Posted By: Shweta Mishra