कानुपर के चाैबेपुर में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे मामले में पुलिस ने उसके तीन और सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। इसमें विकास की बहू नौकरानी और एक पड़ोसी शामिल है। कथित ताैर पर ये सभी घटना वाली रात विकास दुबे और उनके साथियों को पुलिस कर्मियों के स्थान के बारे में सारी जानकारी दे रहे थे।


कानपुर (आईएएनएस)। कानुपर के चाैबेपुर में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाला हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे वारदात के 70 घंटे से अधिक बाद भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस विकास दुबे की तलाश में उसके करीबियों पर भी पैनी नजर रखे है। सोमवार को पुलिस ने बिकरू गांव से विकास दुबे की बहू क्षमा दुबे व दो अन्य लोगों को गिरफ्तार है। कहा जा रहा है कि शुक्रवार (3 जुलाई) को गोलीबारी के दाैरान जब पुलिस कर्मी जब अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे तब इन्होंने विकास दुबे और उनके लोगों की की मदद की थी। क्षमा दुबे विकास दुबे के भतीजे संजय दुबे की पत्नी है। विकास दुबे और उनके सहयोगियों को सूचित किया


इस संबंध में एसएसपी कानपुर दिनेश कुमार प्रभु ने कहा जब एक पुलिस कर्मी गोलीबारी के दौरान अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित जगह की तलाश में इनके दरवाजे पर दस्तक दी थी तो इन्होंने दरवाजा नहीं खाेला है। इसके इतर क्षमा ने पुलिस कर्मी के बारे में विकास दुबे और उनके सहयोगियों को सूचित किया। ऐसे में हथियारों से लैस, विकास के सहयोगी छत के माध्यम से उसके घर पहुंचे और उन सभी पुलिस कर्मियों को गोली मार दी जो उसके घर के दरवाजे के पास खड़े थे।

किसी भी पुलिसकर्मी को जीवित नहीं लौटना चाहिएवहीं पुलिस ने विकास के यहां काम करने वाली दया शंकर अग्निहोत्री की पत्नी रेखा को भी गिरफ्तार किया है। दया शंकर अग्निहोत्री रविवार को एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था। रेखा ने जो पुलिस वाले विकास के घर के सामने एक दीवार के पीछे छुपे थे उनके बारे में हमलावरों को सूचना दी थी। इस दाैरान जब हमलावरों ने पुलिस कर्मियों पर गोलियां चलाईं, तो रेखा अग्निहोत्री खुशी से चिल्ला रही थी कि किसी भी पुलिसकर्मी को जीवित नहीं लौटना चाहिए। विकास दुबे का तीसरा मददगार सुरेश वर्मा भी गिरफ्तार इसके अलावा पुलिस ने विकास दुबे के तीसरे मददगार सुरेश वर्मा को भी गिरफ्तार किया है। सुरेश वर्मा शूटरों की सराहना कर रहा था। एसएसपी ने कहा हमने तीनों को उनके ठिकानों से गिरफ्तार किया है और उन्हें धारा 120 बी के तहत दर्ज किया है। उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा और बाद में जेल भेजा जाएगा। पुलिस के अनुसार ये लोग 3 जुलाई को कानपुर के बिकरू गांव में अपराधी के आवास पर गोलीबारी होने पर विकास दुबे और उसके गुर्गे को जानकारी दे रहे थे।

विकास दुबे को पुलिस कर्मियों की लोकेशन बता रही थीं एसएसपी ने कहा कि ये सभी मुठभेड़ के दाैरान विकास दुबे को पुलिस कर्मियों के स्थान के बारे में सारी जानकारी दे रहे थे। ये उस गिरोह का हिस्सा थे जिसने बिकरू गांव में 3 जुलाई की रात छापा मारने पहुंची पुलिस टीम के लिए जाल बिछाया था। गैंगस्टर विकास दुबे और उसके लोगों ने पुलिस टीम पर हमला किया और आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी। 60 मामलों में अपराधी गैंगस्टर विकास दुबे के पुलिस की पहुंच से बाहर होने के कारण अब लोगों में रोश व्याप्त हो रहा है।

Posted By: Shweta Mishra