उत्तर प्रदेश के कानपुर एनकाउंटर केस के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की पत्नी का नाम समाजवादी पार्टी सपा के साथ जुड़ रहा है। कहा जा रहा है कि वह पार्टी की सक्रिय सदस्य है। ऐसे में सपा ने इस मामले को लेकर सफाई दी है...


लखनऊ (एएनआई)। समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अभिषेक मिश्रा ने बुधवार को उन खबरों का खंडन किया जिनमें दावा किया गया था कि वांछित गैंगस्टर विकास दुबे की पत्नी पार्टी की आजीवन सदस्य थीं। अभिषेक मिश्रा ने कहा, हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे कभी भी हमारी पार्टी का हिस्सा नहीं रहीं। वह कभी पार्टी की सक्रिय सदस्य नहीं रहीं। उन्होंने कभी भी सपा के सिंबल पर चुनाव नहीं लड़ा था। सपा नेता ने कहा कि दुबे की पत्नी सोनू उर्फ ​​ऋचा दुबे के दस्तावेज गलत है कि 2015 में 20,000 रुपये का भुगतान करने के बाद समाजवादी पार्टी की आजीवन सदस्यता ले ली थी और वह पार्टी के कार्यों में और प्रचार और प्रसार में शामिल थी। प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के आईटी सेल द्वारा बनाया गया
कानपुर (ग्रामीण) के पंचायत चुनावों के लिए एक आवेदन पत्र भी है, जो बयां कर रहा है कि 2015 में सपा के चुनाव में ऋचा ने जिला पंचायत चुनाव लड़ा था। अभिषेक मिश्रा ने कहा दस्तावेज फर्जी हैं और प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के आईटी सेल का निर्माण हो सकता है। वायरल दस्तावेजों से पता रहा है कि उसने सपा के प्रतीक के लिए आवेदन किया था लेकिन, हमने उसे कोई प्रतीक नहीं दिया है। यह एक नकली पेपर है। यह प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के आईटी सेल द्वारा बनाया गया है। लोग इसे चुनाव से सत्यापित कर सकते हैं। मिश्रा ने कहा कि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (ईसीआई) की वेबसाइट है।ऋचा को एलडीए ने कार्यालय में घर के नक्शेसपा नेता ने इस विकास दुबे केस में सीबीआई जांच की मांग की जिसमें आठ पुलिस कर्मी मारे गए। इस बीच, लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने लखनऊ में दुबे के घर पर नोटिस लगा दिया है। उनकी पत्नी ऋचा को एलडीए ने कार्यालय में घर के नक्शे की एक प्रति पेश करने के लिए कहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने 8 पुलिस कर्मियों के हत्यारों गैंगस्टर विकास दुबे पर इनाम बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया। विकास दुबे और उनके लोगों ने पिछले सप्ताह उन्हें गिरफ्तार करने आई पुलिस टीम पर गोलियां चला दी थीं और इस घटना में सर्कल ऑफिसर देवेंद्र मिश्रा सहित आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे।

Posted By: Shweta Mishra