एक्सक्लूसिव

- प्राइवेट हॉस्पिटल्स ने लूटा, डेंगू पेशेंट्स का गलत इलाज किया, सीएमओ ने माना, लेकिन कार्रवाई पर चुप्पी

- डेंगू पर खड़े किए हाथ 130 मौतों को नहीं झुठला सका हेल्थ डिपार्टमेंट, 24 घंटे में 4 और मौतें

KANPUR: सिटी में फैली डेंगू महामारी पर प्राइवेट हॉस्पिल्ट्स ने मुनाफाखोरी की। डेंगू पेशेंट्स का सही ट्रीटमेंट नहीं किया। इस वजह से हालात इतने बिगड़े। इतने पेशेंट्स की मौत हुई। यह बात सैटरडे को सिटी में हेल्थ डिपार्टमेंट के मुखिया सीएमओ ने कही। उन्होंने माना कि डेंगू का डर दिखाया गया। जरूरत न होने पर भी प्लेटलेट चढ़ाए गए। जिन्हें दवा से ठीक किया जा सकता था। उन्हें ग्लूकोज चढ़ाया। यह सारी बातें उन्होंने मानी, लेकिन जब ऐसे हॉस्पिटलों को चिन्हित कर कार्रवाई की बात की गई तो उनकी जुबान पर खामोशी छा गई।

डेंगू पर देर से हुए एक्टिव

सीएमओ डॉ। अशोक शुक्ला ने कहा कि डेंगू को लेकर विभाग ने पहले से तैयारी की थी, लेकिन यह अंदाजा नहीं था कि स्थिति इतनी भयावह हो जाएगी। उन्होंने माना कि डेंगू कंट्रोल करने पर उन्होंने कमान थोड़ी देर से थामी। इस बीच डेंगू को लेकर लोगों में डर फैलाया गया। जिन्हें जरूरत नहीं थी उन्हें भी प्लेटलेट्स चढ़ाया गया। पेशेंट्स का फ्लूड मैनेजमेंट ठीक से नहीं हुआ। जिससे उनकी हालत बिगड़ गई। उन्होंने कहा कि डेंगू के 25 परसेंट मामले ही सरकारी अस्पतालों में आए। जहां पेशेंट्स की मार्टेलिटी उनती नहीं है।

------------------

डेंगू से 4 अौर मौतें

डेंगू से अब तक 130 मौतें हो चुकी है और आंकड़ा अभी भी बढ़ रहा है। सैटरडे को भी इससे 4 मौतों की सूचना मिली। चकेरी में रहने वाली सीमा कुरीलल(49) की डेंगू से इलाज के दौरान प्राइवेट हॉस्पिटल में मौत हो गई। जबकि हैलट इमरजेंसी में भी तीन मौतों की सूचना मिली। घाटमपुर की शीलादेवी को सीओपीडी के साथ बुखार आ रहा था। उन्होंने इमरजेंसी के मेडिसिन वार्ड में दमतोड़ दिया। इसके अलावा फतेहपुर के अशोक त्रिवेदी जो पहले से ही लीवर डिजीज से जूझ रहे थे उन्हें भी डेंगू जैसा बुखार होने पर इमरजेंसी लाया गया,लेकिन डॉक्टर्स उनकी जान नहीं बचा सके। मंगलपुर कानपुर देहात के महेंद्र मिश्रा ने भी मेडिसिन वार्ड में दम तोड़ दिया।

Posted By: Inextlive